कार्यवाई नहीं होने से आहत मासूम बच्चे के साथ आत्महत्या करने रेलवे ट्रेक पर पहुंची रेप पीड़िता
Ashok Kumar/Barmer
बाड़मेर। कार्यवाई नहीं होने से आहत दुष्कर्म पीड़िता शुक्रवार रात रेलवे ट्रेक पर आत्महत्या करने के लिए पहुंच गई। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़िता से समझाइश के प्रयास शुरू किए। देखते ही देखते मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई और हालात पुलिस के काबू में नहीं आए। मामला बिगड़ते देख शहर कोतवाल उगमराज सोनी, डीएसपी आनंदसिंह राजपुरोहित भी मौके पर पहुंचे।
पीड़ित महिला का आरोप है कि एफआईआर के बाद भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं हुई है।इसी वजह से महिला मासूम बच्चे को लेकर आत्महत्या के प्रयास में पटरी पर बैठ गई। डीएसपी और कोतवाल ने कराई देर तक समझाइश कर पीड़िता को सखी केंद्र भिजवाया और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करवाने की बात रखी। जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित महिला को सखी केंद्र भिजवाया।
यह है पूरा मामला
दरअसल, जालोर जिले की निवासी महिला की शादी वर्ष 2012 में सिणधरी निवासी युवक के साथ हुई थी। महिला का कहना है कि शादी के बाद कई साल तक ससुराल वालों का व्यवहार मेरे प्रति अच्छा रहा। इस दौरान महिला को एक बेटा और एक बेटी भी हुई। आरोप है कि पति शराबी था। 2 साल पहले सास, ससुर ने दहेज के लिए मारपीट करनी शुरू कर दी और जून माह में घर से बाहर निकाल दिया। आरोप है कि बाड़मेर शहर निवासी महिला का ननदोई उसे बाड़मेर लेकर आया और ससुराल पक्ष के खिलाफ कार्यवाई करवाने और मदद का आश्वासन दिया।
आरोप है कि ननदोई ने महिला को शादी करने और साथ में रखने का झांसा देते हुए नौ दस माह तक उसका यौन शोषण किया। जब महिला गर्भवती हुई तो उसका गर्भपात भी करवाया। महिला ने आरोपी ननदोई के खिलाफ महिला थाने में मामला दर्ज करवा रखा है। पीड़िता का आरोप है कि दर्ज मामले में पुलिस ने अब तक कोई कार्यवाई नहीं की है। इसी वजह से उसने अपने मासूम के साथ रेलवे ट्रेक पर आत्महत्या करने का मानस बनाया।
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