बड़ीसादड़ी: चौबीस लाख रुपये की बोली में शुभ मुहूर्त में स्थापित हुआ स्वर्ण कलश

in #barisadri2 years ago

बड़ीसादड़ी के उपखण्ड क्षेत्र के पन्डेडा ग्रामTitle (1).jpg पंचायत के निकटम गाँव फाचर में चल रही नो दिवसीय श्रीराम कथा के अंतिम दिन शनिवार को शुभ मुहूर्त में स्वर्ण कलश की स्थापना के साथ श्री राम कथा का समापन हुआ।जिसमे चौबीस लाख रुपये में धापूबाई पति गणेश डांगी की नीलामी बोली पर सन्त स्वामी अनन्तराम जी महाराज के सानिध्य में स्थापना हुई।नो दिनों तक चलने वाली श्रीराम कथा का सन्त द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करते हुए ग्रामवासियों को धन्यवाद दिया गया,कथा के अलग अलग दिनों तक भीषण गर्मी में भक्तों की भीड़ देखने को मिली।आज सम्पूर्ण गाँव में शोभायात्रा निकाली जाएगी।कथा के अंतिम दिन सन्त द्वारा अपने उद्बोधन में कहे कि जब प्रभु श्रीराम वनवास से लौटने पर राज दरबार में स्वागत बड़े जोरो शोरो पर हुआ एवं भरत जी का मेल मिलाप हुआ एवं कथा में भरत को राज्य करने को कहा व श्रीवाद में श्रीराम जानकी भाई लक्ष्मण पूरे वन का भ्रमण कर रहे हैं,इस दौरान संपूर्ण वन भ्रमण को भक्तगणों के समक्ष समझाया गया।इस दौरान संत द्वारा भजनों की प्रस्तुति देने पर महिलाओं एवं पुरुषों सहित छोटे छोटे बालक बालिकाओं द्वारा नृत्य करते हुए भगवान के जयकारे लगाए गए,इस श्रीराम कथा महोत्सव कार्यक्रम में फल सब्जी मंडी अध्यक्ष नाथूलाल भोई,पूर्व पार्षद भगवती लाल भोई सहित बड़ीसादड़ी के कई भक्तगणों द्वारा इस श्रीराम कथा महोत्सव के कार्यक्रम में भाग लिया गया।कार्यक्रम में शुभ मुहूर्त में स्वर्ण कलश की स्थापना की गई।स्वर्ण कलश की बोली धापू बाई पति गणेश डांगी निवासी फाचर 2405100 चौबीस लाख पचास हजार सो रुपये,ध्वजदंड की बोली रामचंद्र डांगी,255000 दो लाख पचपन हजार,बाल भोग की बोली शांतिलाल डांगी 111000 एक लाख ग्यारह हजार रुपये,गद्दा पूजन की बोली जगदीश डांगी 158000 रुपये,आरती की बोली परसराम डांगी,गरुड़ घण्टा की बोली दिनेश डांगी 86,000 रुपये,कीर्ति स्तम्भ की बोली रामेश्वर डांगी 53000 रुपये रहे।श्रीराम कथा के समापन की पूर्व संध्या पर शुक्रवार रात को संपूर्ण गांव में स्वर्ण कलश यात्रा निकाली गई।जिस पर गांव के हर घर के सामने ग्रामवासियों द्वारा रंगोली बनाकर दीपक जलाकर स्वागत किया गया।शनिवार को सवेरे श्रीराम कथा के पश्चात हवन की पूर्णाहुति,श्रीराम कथा का समापन स्वर्ण कलश एवं ध्वज दंड आरोहण,सोटा स्थापना,संत के अनंत राम जी महाराज के सानिध्य में की गई।इसके पश्चात आए हुए अतिथियों एवं ग्रामवासियों द्वारा महाआरती की गई।अंत में महाप्रसाद वितरण भी किया गया।