रायपुर में महाराणा प्रताप की जयंती के मौके पर निकाली गई वाहन रैली

in #bar2 years ago

बर (पाली )।

3 जून 2022

महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर रायपुर ग्राम में गुरूवार को प्रताप चौक रायपुर से सुबह 9 बजे वाहन रैली कुंवर मानवजीत सिंह ने केसरिया झंडी दिखा कर रवाना की।
वाहन रैली रायपुर से हरिपुर खिवल होते हुए चावंडिया खुर्द पहुँची । वहां पर सभी वाहन रैली में सम्मलित जनों का स्वागत और जलपान किया गया । उस के उपरांत आगे वाहन रैली नया चावंडिया पहुची । जहां सरपँच प्रतिनिधि लक्ष्मण सिंह उदावत द्वारा स्वगात किया गया । उस के उपरांत वाहन रैली सबलपुरा पहुची । जहां ठिकाना परिषद में सबलपुरा युवा परिषद द्वारा स्वागत किया गया और जलपान की व्यवस्था की गई। उस के उपरांत वाहन रैली दलपत सिंह के फर्म हाउस में आयोजित जयंती समारोह में सम्मलित हुए समारोह का मंच संचालन बलवीर सिंह हरिपुर ने किया। वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सोजत जिला प्रमुख पहलाद सिंह सबलपुरा ने महाराणा प्रताप के जीवन संधर्ष पर प्रकाश डाला। किस प्रकार महाराणा प्रताप मेवाड़ की स्वतंत्रता के लिए अंतिम समय तक लड़ाई लड़ते रहे। महाराणा प्रताप का जीवन चरित्र को हमे अपने जीवन मे उतारना चाहिए । हमे स्वाभिमानी बन कर जीना चाहिए।
क्षत्रिय शिरोमणि सम्राट पृथ्वीराज चौहान की 856वी जयंती भी मनाई रायपिथौरा के नाम से प्रसिद्ध 12वी सदी के इस महान सम्राट की जयंती पर सभी राजपूत समाज के भाई बहनों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुंवर मानवजीत सिंह रायपुर ने कहा कि योद्धा किसी एक जाति के लिए नही बल्कि समस्त समाज के लिए लड़ते थे । भले ही पृथ्वीराज चौहान का जन्म राजपूत कुल में हुआ हो। लेकिन उनका जीवन राष्ट्रधर्म के लिए समर्पित रहा । पृथ्वीराज चौहान पर जितना हक व अधिकार क्षत्रियों का है । उतना ही अन्य 36 बिरादरी का भी है ।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लक्षमण सिंह रायरा ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान एक कुशल शासक व अप्रतिम योद्धा थे । मोहम्मद गौरी जैसे शक्तिशाली आक्रांता से राष्ट्र की रक्षा हेतु चौहान द्वारा तात्कालिन अन्य शासकों से तालमेल के किए गए कूटनीतिक प्रयासों को उन्होंने रेखांकित किया । लक्मन सिंह के अनुसार सम्राट पृथ्वीराज चौहान का 26 वर्ष का अति लघु जीवनकाल देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत होना चाहिए । पृथ्वीराज चौहान बेशक राजपूत थे । लेकिन महान शासक की प्रधान जाति मानवजाति होती है । महान योद्धा का एक ही धर्म होता है... राष्ट्रधर्म । दलपत सिंह सबलपुरा ने विस्तारपूर्वक ऐतिहासिक तथ्यों को रखते हुए पृथ्वीराज चौहान के गौरवशाली इतिहास को विकृत किए जाने के प्रयासों को दुर्भाग्यपुर्ण बताया । उन्होनें कहा कि मिलते जुलते शब्दों का मन माफिक अर्थ निकाल कर पृथ्वीराज चौहान के कुल व पहचान को विवादित करने के कृत्य समाज व राष्ट्र की एकता के लिए नुकसानदेह है । शासक समस्त प्रजा के अभिभावक होते थे । इसलिए महान शासक व योद्धा सभी 36 बिरादरी के प्रेरणा पुंज होने चाहिए ।
राजपूत सभा रायपुर के अध्यक्ष भीम सिंह उदावत ने बताया कि महाराणा प्रताप समिति समिति हर साल इस प्रकार का आयोजन और वाहन रैली निकाला करती है। जिससे महापुरुषों के जीवन चरित्र को जीवन मे उतार सके। युवा पीढ़ी ऐसे आयोजन तहसील में हर गाँव मे आयोजित करने का लक्ष्य हम सब का है।
इस आयोजन में युवा कवि अभयराज सिंह करमावास द्वारा वीर रस कविता सुनाई गई । स्रोतो के रोंगटे खड़े हो गए। इस आयोजन के समापन की घोषणा कानसिंह सबलपुरा ने करी।
इस आयोजन में राजपूत सभा के दुर्गा सिंह गुड़िया, महिपाल सिंह गुड़िया ,महिपाल सिंह लीलाम्बा, हनुमंत सिंह, प्रवीण सिंह सबलपुरा ,सरपँच लक्ष्मण सिंह चावंडिया ,लीलाम्बा सरपँच अजयपाल सिंह ,लीलाम्बा सवाई सिंह भाटी, पूर्व अध्यक्ष देवराज सिंह करनीब सेना के अध्यक्ष दीवान सिंह चौहान ,महिपाल सिंह रायपुर ,गंगा सिंह चौहान, गणपत सिंह चौहान ,जितेंद्र सिंह रायपुर ,गोपाल सिंह मेड़तिया, जितेंद्र सिंह सबलपुरा, अभिमन्यु सिंह सबलपुरा,अंशुमान सिंह गुड़िया ,युवराज सिंह सबलपुरा, लोकेंद्र सिंह सबलपुरा, निखिल सिंह आदि सैकड़ो महिला पुरुष उपस्थित थे।Screenshot_20220603-093121_Gallery.jpg