Young Indian Office: ईडी के दफ्तर सील करने के बाद कांग्रेस ने बुलाई बैठक, राहुल बोले- हम मोदी-शाह से डरते नहीं
Young Indian Office: नेशनल हेराल्ड केस की जांच कर रही ईडी ने यंग इंडियन के दफ्तर को बुधवार (3 अगस्त, 2022) को सील कर दिया। बता दें कि ईडी ने यह कार्रवाई कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और राहुल गांधी से लंबी पूछताछ के बाद की। वहीं इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय में हलचल बढ़ गई है। गौरतलब है कि अपनी रणनीति पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों की बैठक बुलाई है।
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के हेराल्ड हाउस में यंग इंडियन के कार्यालय को अस्थायी रूप से सील कर दिया गया। वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को तलाशी पूरी करने के लिए तलब किया गया है। सूत्रों ने बताया कि जब भी अधिकृत व्यक्ति तलाशी के लिए उपस्थित होगा, सील हटा ली जाएगी।
“मैं नरेंद्र मोदी और अमित शाह से डरता नहीं”:
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि मैं नरेंद्र मोदी और अमित शाह से डरता नहीं हूं। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, “सच्चाई को बैरिकेड नहीं किया जा सकता। कर लें जो करना है, मैं प्रधानमंत्री से नहीं डरता, मैं हमेशा देश हित में काम करता रहूंगा। सुन लो और समझ लो!”
ईडी ने दिल्ली स्थित नेशनल हेराल्ड के दफ्तर में बीते दिन रेड की थी। इस मामले को लेकर देश भर में 14 लोकेशन पर छापेमारी की गई। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पिछले दिनों ईडी ने पूछताछ की थी। पूछताछ के विरोध में कांग्रेस ने सत्याग्रह भी किया था। इस दौरान अशोक गहलोत और भूपेश बघेल जैसे मुख्यमंत्रियों समेत कांग्रेस के तमाम दिग्गज दिल्ली की सड़कों पर गिरफ्तारी देते दिखे थे। पुलिस को डर है कि पहले ही तरह से दिग्गज कांग्रेसी फिर से विरोध न करने लगें।
क्या है मामला
बीजेपी नेता और वरिष्ठ वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया। साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को टीजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया।
सूत्रों का कहना है कि PMLA को लेकर हाल में सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है उसके बाद गांधी परिवार को लगने लगा है कि उनकी मुश्किलों में और भी इजाफा हो सकता है। इसी वजह से कांग्रेस समेय 17 दलों ने एक चिट्ठी लिख कोर्ट के फैसले पर एतजार जताया। उनका कहना है कि फाईनेंस एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच में मंथन होना चाहिए। इस फैसले से पहले से बेलगाम हो रही सरकार पर कोई अंकुश नहीं रहेगा।