भारत का सबसे घटिया बैंक
घटियापन की परिभाषा लोगों के हिसाब से अलग-अलग है। जो जिस बैंक का भुक्तभोगी रहा है वह उस बैंक को घटिया ही बोलेगा। उदाहरण-
1- एचडीएफसी बैंक लोग प्राइवेट सर्विस प्रदाताओं की तारीफ बहुत करते हैं। ऐसे ही लोगों के बहकावे में आकर मैंने भी एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खुलवाया और क्रेडिट कार्ड भी लिया। प्राइवेट बैंक वाले पैसे के कितने लालची हैं यह आपको उनकी सर्विस लेने के बाद पता चलेग।
पहले बोला कि क्रेडिट कार्ड निशुल्क रहेगा फिर बाद में ₹500 चार्ज लेने लगा।
इससे भी बढ़कर बातों में उलझा कर बैंक वालों ने ₹30000 स्वास्थ्य बीमा के नाम पर काट लिया। मैंने बहुत बार रिक्वेस्ट की नात मेरा पैसा वापस मिला और ना ही मैंने बीमा का लाभ उठाया मेरे ₹30000 निजी बैंक के मनमानी की भेंट चढ़ गए।
2- बैंक आफ बड़ौदा अब आते हैं सरकारी बैंकों पर। सरकारी बैंक ने मेरा एक रुपए अतिरिक्त नहीं काटा है लेकिन स्टाफ की कमी की वजह से काम को बहुत टालते हैं। मेरा एटीएम 2 साल से बंद है सिर्फ बैंक वालों की लापरवाही की वजह से मुझे एटीएम नहीं मिल पा रहा।
टाइम निकाल कर जब बैंक आप जाएंगे तो अगले दिन आने को कह दिया जाएगा या तो बोल देंगे जो बबू एटीएम देखता है वह नहीं है ,खाना खा रहा है, बाहर गया है ,छुट्टी पर है, बीमार है इत्यादि।
हो जाता है कभी कभी
Bura huwa