Bangladesh News: बांग्लादेश के चट्टेग्राम में ट्रेन की चपेट में आने से सात छात्रों समेत 11 लोगो की मौत

in #bangladsh2 years ago

ढाका, एजेंसी। बांग्लादेश के चट्टोग्राम जिले में चौकीदार-रहित रेलवे क्रॉसिंग पर एक मिनी बस के ट्रेन की चपेट में आ जाने से सात छात्रों समेत कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच घायल हो गए। मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी।

चश्मदीदों ने आईएएनएस समाचार एजेंसी को बताया कि कुछ पीड़ितों ने रेलवे ट्रैक पार करने के लिए बैरिकेड्स को उठा लिया क्योंकि गेटमैन ने शुक्रवार को 'जुम्मे की नमाज' अदा करने के लिए गेट को खुला छोड़ दिया था। चट्टोग्राम रेलवे पुलिस के पुलिस अधीक्षक हसन चौधरी ने कहा: 'हम अभी पता लगा रहे है कि दुर्घटना के समय गेटमैन मौजूद था या नहीं। हम मामले की जांच कर रहे हैं। बांग्लादेश रेलवे अधिकारियों ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है और मामले की जांच के लिए दो समितियों का गठन किया है।'

बांग्लादेश रेलवे के पूर्वी क्षेत्र के मंडल परिवहन अधिकारी, अंसार अली पांच सदस्यीय समिति का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि चार सदस्यीय पैनल का गठन अतिरिक्त मुख्य इंजीनियर अरमान हुसैन के साथ किया गया था। चट्टोग्राम रेलवे पुलिस प्रमुख नाज़िमउद्दीन ने कहा कि रेल्वे फाटक पर गेटमैन के रूप में अस्थायी रूप से दो लोग काम कर रहे थे। उनमें से एक, सद्दाम हुसैन, दुर्घटना के दौरान ड्यूटी पर था, इसलिए, पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।दुर्घटना स्थल का दौरा करने के बाद, बांग्लादेश रेलवे के पूर्वी क्षेत्र के महाप्रबंधक जहांगीर आलम ने कहा: 'मैंने गेटमैन से बात की और उसने दावा किया कि वह दुर्घटना के समय मौजूद था।' गेटमैन सद्दाम का हवाला देते हुए, रेलवे अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने रेल्वे फाटक पर बैरिकेड को नीचे कर दिया था, लेकिन बस ने उसे तोड़ दिया। ढाका से चट्टोग्राम जाने वाली 'महानगर प्रोवती' ट्रेन ने चटगांव के बाहरी इलाके में खोइयाछोरा लेवल क्रॉसिंग पर पर्यटक बस को टक्कर मार दी।

शुक्रवार शाम आईएएनएस समाचार एजेंसी को एक डाक्टर ने बताया कि शुक्रवार को 11 लोगों की मौत हो गई। छह लोगों का इलाज चल रहा है और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। इसमें अपनी माध्यमिक विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा पूरी करने के बाद, मृतक मुसबा अहमद हिशाम में अपने माँ से मिलने कनाडा जाना था। जो अपनी बेटी के साथ रहती है। कनाडा जाने की सभी प्रक्रियाएँ हो चुकी थीं लेकिन भाग्य की विडंबना है, की वह अब अपनी मां को कभी नहीं देख पाएगा।Screenshot_2022-07-30-18-13-15-58_7a4090f09f6554852d748ee9fd6f40d3.jpg