श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर बांधवगढ़ में नहीं होंगे श्रद्धालुओं को बाँधवाधीश के दर्शन

उमरिया - कृष्ण जन्माष्टमी में बाँधवाधीश मंदिर दर्शन पर सवाल-श्रद्धालुओ में निराशा
कलेक्टर ने जंगली हाथियों के मूवमेंट की मांगी जानकारी
कृष्णजन्माष्टमी में बांधवगढ़ स्थित किले में मौजूद बांधवाधीश मंदिर का दर्शन फिर से एक बार सवालों के घेरे में है, दरअसल पार्क क्षेत्र में बेख़ौफ़ विचरण कर रहे जंगली हाथियों का झुंड लगातार वन क्षेत्र में उत्पात मचा रहा है, जिसको दृष्टिगत रखते हुए श्रद्धालूओ का प्रवेश वर्जित किये जाने की सूचना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक बी एस अन्नेगेरी ने प्रेस नोट जारी कर दिया है।अभी हाल में पतौर परिक्षेत्र में दो ग्रामीणों को यही जंगली हाथियों ने गम्भीर रूप से घायल भी किया था,इसके अलावा वन कर्मियों और गश्ती दल पर हमले का प्रयास एवम गाड़ियों का पीछा करने जैसी घटनाएं विराम लेने का नाम नही ले रही है।जंगली हाथियों की मूवमेंट से श्रद्धालुओं के सुरक्षा पर बड़ा सवाल है,जिसके दृष्टिगत श्रीकृष्ण जन्माष्टमी में बाँधवाधीश मंदिर दर्शन प्रवेश वर्जित किये जाने की सूचना पार्क प्रबंधन ने जारी कर दिया है।पार्क अधिकारियों की माने तो ताला, खितौली,पतौर,पनपथा वन परिक्षेत्र में लगातार जंगली हाथियों की मूवमेंट है,जो हर रोज़ वन क्षेत्र में उत्पात मचा रहे है। इसके अलावा सिद्धबाबा, शेषशय्या, राजबहरा समेत बाँधवाधीश मंदिर जाने के मार्ग एवं किला क्षेत्र में भी जंगली हाथियों के लगातार मूवमेंट की खबर मिल रही है, ऐसे में सदियों की परंपरा के अनुसार श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर श्रद्धालु दर्शन करने बाँधवाधीश मंदिर में पहुंचते है तो इन जंगली हाथियों का खतरा हो सकता है। गौरतलब है कि 19 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी है, हर बार की तरह इसी दिन भी हजारों की तादात में प्रदेश भर नही दूसरे प्रदेशों से भी श्रद्धालु बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व स्थित सिद्ध बाबा, शेष शैय्या, कबीर गुफा, सेन जी महाराज की मंदिर, सहित बाँधवाधीश मंदिर का दर्शन कर धार्मिक कार्यक्रमो में हिस्सा लेते है। हालांकि देखा जाय तो पार्क प्रबंधन टूरिस्टों और व्ही आई पी के लिए सारी व्यवस्था करता है और उनको वन्य जीवों के दर्शन करवाने में पीछे नही हटता है, जब उनके लिए सारी व्यवस्था हो सकती है तो श्रद्धालुओं के लिए क्यो नही? पार्क प्रबंधन के इस रवैये से लगता है कि हाथियों का बहाना कर सैकड़ों वर्षों से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रही बांधवाधीश की मंदिर की पूजा अर्चना पर रोक लगा कर श्रद्धालुओं की धार्मिक भावना से खिलवाड़ किया जा रहा है। पार्क प्रबंधन के इस रवैये से क्षेत्र की जनता में भारी रोष व्याप्त है। ऐसे में प्रदेश सरकार को तत्काल संज्ञान लेकर पूर्व की भांति व्यवस्था को कायम रखना चाहिए। वैसे यदि देखा जाय तो प्रदेश की भाजपा सरकार एक तरफ राम पथ गमन के लिए बांधवगढ़ होकर ही रास्ता चुनी है और दूसरी तरफ उन्ही के नुमाइंदे लोगों को आस्था पर कुठाराघात कर रहे हैं।IMG-20220813-WA0000.jpg

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