अब यमुना ने पार किया खतरे का निशान, 20 गांवों का संपर्क कटा

in #banda4 days ago

बांदा 15 सितंबर:(डेस्क)पैलानी (बांदा) क्षेत्र में हाल ही में आई बाढ़ ने ग्रामीणों को गंभीर संकट में डाल दिया है। केन नदी के रौद्र रूप दिखाने के बाद अब उसका पानी घटने लगा है, लेकिन यमुना नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है। यमुना खतरे के निशान से लगभग एक मीटर ऊपर बह रही है, जिससे कई गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

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बाढ़ का प्रभाव
यमुना की बाढ़ ने पदारथपुर, खजुरी, केन से शंकर पुरवा सहित कई गांवों और मजरों को घेर लिया है। इस बाढ़ के कारण करीब 20 गांवों का संपर्क कट गया है, जिससे वहां रहने वाले लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बाढ़ के पानी के बढ़ने के कारण अपने घरों में पानी भरने की शिकायत की है, जिससे उनकी दैनिक जीवनशैली प्रभावित हो रही है।

प्रशासन की सक्रियता
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। अधिकारियों ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों को सचेत रहने के लिए निर्देश दिए। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू करने की योजना बनाई है, ताकि प्रभावित लोगों की मदद की जा सके।

ग्रामीणों की चिंताएं
ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ के कारण फसलें बर्बाद हो गई हैं और उन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से जल्द राहत सामग्री और उचित सहायता की मांग की है। कई ग्रामीणों ने कहा कि यदि स्थिति जल्द नहीं सुधरी, तो उन्हें और अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

भविष्य की योजना
प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए एक योजना बनाई है, जिसमें प्रभावित गांवों में राहत सामग्री पहुंचाने और चिकित्सा सहायता प्रदान करने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, अधिकारियों ने ग्रामीणों को सलाह दी है कि वे सुरक्षित स्थानों पर जाएं और बाढ़ के पानी से दूर रहें।

निष्कर्ष
पैलानी क्षेत्र में यमुना की बाढ़ ने कई गांवों को प्रभावित किया है और ग्रामीणों को गंभीर संकट में डाल दिया है। प्रशासन की सक्रियता और राहत कार्यों की योजना से उम्मीद है कि प्रभावित लोगों को जल्द ही सहायता मिलेगी। यह स्थिति न केवल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक चेतावनी है कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।