सावधान रथ यात्रा को ओम प्रकाश राजभर ने किया संबोधित

in #balrampur2 years ago

बलरामपुर जिले के उतरौला में आयोजित सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की “सावधान रथ यात्रा” सभा को संबोधित करते हुए पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने लोगों से पूछा कि कितने लोग चाहते हैं कि थाने पर जाने पर कुर्सी पर बिठाया जाए। चाहते हो तो घबड़ाओ नहीं। ओम प्रकाश राजभर कुछ ही दिन में इस लायक बना देगा कि आपको थाने में कुर्सी पर बैठाया जाएगा। मैं दिल्ली गया था और प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मिला और लखनऊ में मुख्यमंत्री से मिला बड़ी चर्चा हुई। गृह विभाग ने कहा कि ओम प्रकाश राजभर भर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल कराने के लिए जो कह रहे हैं वह सही है। इसकी लड़ाई लंबे समय से लड़ी गई। देश में सबको मालूम हो गया है कि ओम प्रकाश राजभर यूपी में बड़ी ताकत बन गया है। ओम प्रकाश राजभर जो सदन में बोलते हैं वही सड़क पर बोलते हैं।
मेरी मां ने कहा है कि आंदोलन करने निकले हो तो किसी के सामने गर्दन नहीं झुकाना। गर्दन झुका तो लाश लेने भी नहीं आऊंगी। हाईकोर्ट ने आदेश दे दिया है कि भर, राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल कर दिया जाए। मुख्यमंत्री से सारे सबूत के साथ मिला। मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव ने सीएम के सामने पूरी फाइल देखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़ाई सही है। मुख्यमंत्री दिल्ली प्रस्ताव भेजने के लिए तैयार हो गए। मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को प्रस्ताव भेजने का आदेश दे दिया। 71 साल बाद यह प्रस्ताव लखनऊ से दिल्ली गया है। यह प्रस्ताव दिल्ली से पास कराना है। यह लड़ाई आपके बच्चों के भविष्य की है। इस मुद्दे पर लगातार सीएम से बात हो रही है।
डीजीपी का पत्र आया राजभर को खरोंच नहीं आए
डीजीपी का आदेश आया है कि ओम प्रकाश राजभर जनता को जगाने निकले हैं। कहीं से राजभर को खरोच नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इ लड़ाई हमार आपन ना ह पूरे समाज का ह। ऊर्जा दे द और ताकत दे द। एक समान शिक्षा के लिए लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। उद्योगपतियों का कर्जा माफ हो सकता है तो घरेलू बिजली का बिल माफ होना चाहिए। आप सावधान हो जाइये गरीबों के इलाज के लिए क्या किया। आप इलाज के लिए इस्टीमेट बनवाकर दे दीजिए। मैं और पार्टी के विधायक इसे पूरा करेंगे। गरीबों का इलाज निजी और सरकारी दोनों क्षेत्रों में फ्री हो खर्च सरकार उठाए यह कानून बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल में पहली बार राजनीति में अर्कवंशी, बहेलिया जैसी जातियों की की चर्चा हो रही है। नाई, गोंड, प्रजापति, बिंद जैसी जातियों का प्रयोग सिर्फ वोट के लिए राजनीतिक दल करते रहे हैं। यह सावधान यात्रा इन लोगों को जगाने के लिए है।
उन्होंने कहा कि सुभासपा जातीय जनगणना के आधार पर समाज के सभी वर्ग के लोगों खासकर दबे, कुचे और गरीबों को भागीदारी दिलाएगी। आरोप लगाया कि जब नेता सत्ता में रहते हैं तो उनके समझ में यह नहीं आता है कि जब नौकरी में आवेदन करता है तो पेपर एक ही होता है। हमारी पार्टी ने तय किया है कि जब देश का संविधान एक है, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एक हैं तो शिक्षा भी एक समान होनी चाहिए। सबको समान भादीगारी मिलनी चाहिए। एक शिक्षा, अनिवार्य शिक्षा और मुफ्त शिक्षा की लड़ाई लड़ने के लिए जनता को तैयार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 5.5 साल से वह विधानसभा में हैं और 9.38 करोड़ रुपये गरीबों के इलाज के लिए दे चुके हैं। अब इस देश में एक कानून बने गरीब किसी भी जाति का हो उसके इलाज व आपरेशन का खर्च सरकार दे। लोगों को रोजगार चाहिए। आज नौजवान बेरोजगार हो रहे हैं। कक्षा चार से ही रोजगारपरक शिक्षा दी जाए। तकनीकी शिक्षा के 100 विषय बनें। रैलियोंक के माध्यम से जनता को जागरूक किया जाएगा कि कोई भी नेता उनके बीच आए तो उससे रोजगारपरक शिक्षा की बात करें। उदाहरण दिया कि बाइक बनाने की शिक्षा लेने वाला युवा जिस दिन पढ़ाई छोड़ेगा तत्काल रोजगार से जुड़ जाएगा।
इस मौक़े पर राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर,प्रदेश महासचिव बेद प्रकाश राजभर,राष्ट्रीय सचिव विनोद राजभर,प्रदेश उपाध्यक्ष तुलसी राजभर,प्रदेश महासचिव संतोष यादव,प्रदेश अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ संजय चौहान,प्रदेश प्रवक्ता सुनील सिंह,बेदी राम विधायक,प्रदेश अध्यक्ष महिला मंच उमरावती सिंह आदि उपस्थित रहे।