बाढ़ विभाग के लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे गोपालनगर टाडी के बाशिंदे

in #ballia2 years ago

जयप्रकाश नगर (बलिया) । रेवती थाना क्षेत्र के गोपाल नगर टाडी दियारे में सरयू नदी के किनारे बाढ़ विभाग द्वारा चार करोड़ रुपए की लागत से कटान रोधी कार्य करवाया गया था ।सोमवार को सरयू नदी ने अपना उग्र रूप धारण करते हुए कटाव रोधी कार्य का अस्तित्व समाप्त कर दिया। नदी का तांडव देख भयभीत हुए तटवर्ती बाशिंदे अब अपना आशियाना छोड़ तेजी से पलायन करना शुरू कर दिये। वही कुछ बाशिंदे अपना आशियाना अपने हाथों उजाड़ रहे हैं।तो कुछ लोग अपना रिहायशी झोपड़ी पलानी ट्रैक्टरों पर लादकर अन्यत्र ले जाने पर विवश हैं। ऐसे में स्थिति ऐसी लग रही है कि इस साल गोपालनगर टाड़ी का अस्तित्व समाप्त होने की सम्भावना है ।

आलम यह है कि रेवती थाना क्षेत्र के सरयू नदी के निकट बसा गोपालनगर टाड़ी गांव को कटान से सुरक्षित करने के लिए बाढ़ विभाग द्वारा कुल चार करोड़ रुपए की लागत से कटाव रोधी कार्य बीते अप्रैल माह में शुरू कराया गया था।जिस कार्य से वहां के बाशिंदे असन्तुष्ट थे ।साथ ही उसी समय से ग्रामीणों का आरोप है कि कटाव रोधी कार्य में बाढ़ विभाग के अधिकारियों के मिली भगत से सरकारी धन का बन्दर बांट किया गया है। जिससे हम बाशिंदे कभी कटान से सुरक्षित नहीं हो पाएंगे ।वही हुआ ।उस कार्य में जिस जिओ बैग में बालू के जगह मिट्टी भरकर डाला गया था। वह भी निर्धारित मात्रा से कम था। कटान रोधी कार्य का प्लेटफार्म बनाने के स्थान पर सीधे सरयू के किनारे जियो बैग की बोरियां रख दी गई थी। जो कटान के साथ ही नदी में चली गई।लोगों का कहना है कि अभी ही स्थिति खतरनाक बन गई है। जब नदी में पानी भर जाएगा तब क्या होगा ? गांव के कटान पीड़ित सुरेंद्र यादव , मैनेजर यादव ,रामधारी यादव ,परशुराम यादव सुगा यादव, फूलेना यादव,गेन्दा यादव,रामजी यादव,शिवजी यादव,परशुराम यादव सहित करीब दर्जन भर लोग अपना आशियाना अपने उजाड़ने को विवश हो गए हैं।
कटान पीड़ितों का कहना है कि अब सभी विभाग के लोगों की नींद खुल गयी है ।और कागजी खाना पूर्ति के लिए यहां आकर अपनी अपनी कार्यवाही में जुटे है ।जिससे अब यहां के लोगों का कुछ भी भला होने वाला नहीं है ।काश यह लोग जिस समय कार्य हो रहा था ।उस समय थोड़ी ईमानदारी से इस कार्य की देखभाल कर दिए होते तो शायद यह दिन देखने को नहीं मिलता ।IMG-20220725-WA0028.jpg