नटवरलाल को नहीं ढूंढ पायी बलिया पुलिस

in #ballia2 years ago (edited)

बलिया. चोरी को रुपहले परदे पर उतारने में निर्देशक नीरज चोपड़ा का कोई सानी नहीं। उनकी फिल्म ‘Special 26’ ने सभी को हैरान कर दिया था। लेकिन इस फिल्मी फॉर्मूला बलिया में असल जिंदगी में अपनाया गया। यहां एक फर्जी नटवर लाल वन्य अधिकारी ने व्यापारियों को स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर लूट डाला। यही नहीं उन्हें फर्जी मामले में फंसाकर खुद गायब भी हो गया। लेकिन पुलिस इस नटवरलाल को अब तक ढूंढ नहीं पायी। घटना बीती 18 सितंबर की है। यहां पूजा पाठ व जड़ी बूटी की दुकान में खुद को दिल्ली के वन विभाग का अधिकारी बताकर कुछ ठग छापेमारे करने लगे।

उन्होंने दुकान में घुसकर सामान को जप्त किया और बिना कुछ सील किए और बिना पंचनामा कराएं समान और दुकानदार को अपने साथ ले गए। छापे के दौरान इन लोगों के साथ पुलिस प्रशासन व वन विभाग की टीम लगी थी। इन लोगों ने 48 घंटो के बाद दुकानदार और सामान को कोर्ट में पेश किया। आरोप है कि इन जालसाजों ने सामानों मे फेरबदल कर दिया और दुकानदारों को झूठे आरोप में फंसाकर पैसों की डिमांड भी की।

अब सच्चाई आई सामने-

अब जो सच्चाई सामने आई है, उसने फिल्म ‘स्पेशल 26’ में चोरी के तरीके की याद दिला दी। बताया गया कि दिल्ली से आया डब्ल्यूटीआई का वॉलेंटियर ही फर्जी निकला। यह दूसरे राज्यों से भी अपराध करके पुलिस के कस्टडी से फरार हो चुके थे। इस नटवरलाल अधिकारी अपना नाम बलिया वन विभाग में शिवम ठाकुर डब्लूटीआई वैलेंटीर के नाम से दर्ज कराया था। इसी के जरिए उसने बलिया से पुलिस बल इकट्ठा किया और छोटे-छोटे दुकानदारों पर छापामारी की। दूसरे जिलों के इस अपराधी का नाम दीपक बताया जा रहा है।

पहले से मामले हैं दर्ज-

उसके ऊपर पहले से ही 420 ई ब्लैक मेलिंग के मुकदमे दर्ज हैं। जब इस बात की सूचना बलिया मे पहुंची तो अधिकारियों में हड़कंप मच गया। वही व्यापार मंडल ने इस मामले को डीएम के समक्ष रखकर व्यापारियों की रिहाई और संलिप्त अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। अब सवाल यह है कि जालसाज इतनी बड़ी साजिश को स्थानयी पुलिस और अधिकारियों के सामने अंजाम देता हैं और किसी को इसकी भनक तक नहीं पड़ती।