रामराज्य में बेटी को घसीट रहे गांव के ही दबंग, पुलिस कर रही बचाव
बलिया। द्वापर युग में अपनों ने बहू का चीरहरण किया तो रामराज्य में अपनों ने बेटी का। दोनों घटनाएं संपत्ति से जुड़ी है। द्वापर में कानून का राज नहीं था राजा ही चीरहरण के समय मौन था। वर्तमान में कानून का राज है लेकिन बाल पकड़कर बेटी घसीटी जा रही है और रक्षक आरोपियों के साथ खड़े है। जिससे दबंगों का हौसला बुलंद है और पीड़ित की जमीन लूट रहे हैं।
पकड़ी थाना क्षेत्र के सोनाडीह गांव में अपने ही दबंगई पर उतारू हैं और हक हिस्से की जमीन को लूटने पर आमादा हैं। पीड़िता अपनी जमीन बचाने हेतु डायल 112 और 1076 पर शिकायत करती है पुलिस आती है और पकड़ी थाने बुलाती है और लेखपाल के सीमांकन के अनुसार कार्य कराने की हिदायत देकर दोनों पक्षों को छोड़ देती है। किंतु दबंगों द्वारा निर्माण जारी रहने पर पीड़िता द्वारा विरोध किया जाता है तो उसे बाल पकड़कर घसीटा जाता है जिससे उसके कपड़े चिथड़े चिथड़े हो जाते है। दबंगों द्वारा पीड़िता के मां बाप को भी मारपीट लर अधमरा कर दिया जाता है। पीड़िता थाने जाती है तो पुलिस दोनों पक्षों से तहरीर लेकर एनसीआर दर्ज कर लेती। पुलिस को पीड़िता उर उसके परिवार की हालत नहीं दिखाई देती है। दबंगों के साथ खड़ा होकर एनसीआर दर्ज कर पीड़िता के उत्पीड़न में ही जुट जाती है। पकड़ी पुलिस रक्षक की भूमिका में न होकर पीड़िता के उत्पीड़न को ही अपनी बहादुरी मान लेती है। पीड़िता द्वारा अपनी जान माल की रक्षा हेतु आला अफसरों के यहां गुहार लगाई गई है। आला अफसर के निर्देश का कितना असर होगा यह देखना है।