विद्यारम्भ संस्कार कार्यक्रम का हुआ आयोजन
बाली। बेडा आदर्श विद्या मंदिर बेडा में विद्यारंभ संस्कार करवाया गया। सनातन धर्म में बसंत पंचमी का विशेष महत्व होता है। बसंत पंचमी का यह खास दिन विद्यारंभ संस्कार कराने के लिए भी बेहद शुभ माना जाता है। धर्म ग्रंथों के मुताबिक, विद्यारंभ संस्कार सोलह संस्कारों में से एक माना जाता है।
यह विद्या और आरंभ जैसे दो शब्दों के मेल से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ है- विद्या या शिक्षा की शुरुआत करना। यह तब किया जाता है, जब बच्चा शिक्षा ग्रहण करने योग्य हो जाता है। कहा जाता है कि संस्कारों और शिक्षा से ही व्यक्ति का जीवन संवरता है। इसलिए पढ़ाई शुरू करने से पहले बच्चे का विद्यारंभ संस्कार अवश्य किया जाता है।
इससे जीवन में कई सारे बदलाव आते हैं और बच्चा बड़ा होकर सभ्य व आदर्श बनता है। आज स्थानीय विद्या मंदिर में भैया-बहिनों का मंत्रोच्चारण के साथ विद्यारंभ संस्कार प्रवीन रावल के द्वारा करवाया गया।
इस अवसर पर अभिभावक धर्मेश कुमार, स्थानीय विद्यालय के आचार्य नरपत सिंह सिधंल आचार्या कमला,तनु व्यास सेविका मीरा देवी व समस्त माताएं उपस्थित रही।
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