वीरांगना गौराधाय टाक के जीवन से प्रेरणा ले-माली

in #bali2 years ago

वीरांगना गौराधाय टाक स्वामिभक्ति की पर्याय थी, उसने मारवाड़ के राजवंश को बचाने के लिए अपने बालक का बलिदान किया। वीरांगना गौराधाय टाक के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। उक्त उद्गार माली समाज गोड़वाड़ युवा संस्थान के संरक्षक विजय सिंह माली ने स्थानीय राणकपुर रोड स्थित माली समाज की वाडी में आयोजित वीरांगना गौराधाय टाक जयंती पुष्पांजलि कार्यक्रम में व्यक्त किए।
माली ने कहा कि वीरांगना गौराधाय टाक सचमुच मारवाड़ के गौरव की रक्षिका और मरुधरा की जननी थी। मारवाड़ के इतिहास में गोरा धाय टाक का नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाने योग्य है, सरकार को चाहिए कि गोराधाय की बलिदान गाथा को पाठ्य-पुस्तकों में शामिल करें तथा जोधपुर में गोरा धाय पैनोरमा बनाया जाए।इस अवसर पर कालूराम गोयल, गिरधारी लाल देवड़ा व ओमप्रकाश परिहार ने भी गोराधाय की जीवनी पर प्रकाश डाला।
गोराधाय टाक की तस्वीर पर माल्यार्पण से शुरू हुए इस कार्यक्रम में माली समाज के प्रबुद्ध जनों ने गोराधाय की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।इस अवसर पर जीवराज देवड़ा, माली समाज गोड़वाड़ युवा संस्थान के अध्यक्ष किशन लाल देवड़ा, पन्ना लाल गेहलोत,रुपचंद गेहलोत समेत समाज के कई प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि माली समाज में जन्म लेने वाली गोरा धाय टाक ने महाराजा अजीतसिंह की औरंगजेब से रक्षा करने में वीरदुर्गादास राठौड़ के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।