हर बूंद सहेजने की तैयारी, बांध मोरी वॉल्व व चैनल गेट की मरम्मत शुरू

in #bali2 years ago

मानसून में बारिश में अमृत की हर बून्द को सहेजने को लेकर जल संसाधन विभाग ने देसूरी उपखंड के पेयजल व सिंचाई जलस्त्रोत सभी 9 बांध के मोरी वॉल्व, चैनल गेट, माइनर, आउटलेट व नहरों के गेट की ऑयल व ग्रीसिंग कर उन्हें तैयार कर दिया है। इन सभी गेट को खोल व बन्द कर एक एक बार परिक्षण कर लिया। ताकि विपदा में बांध को क्षतिग्रस्त होने से बचाया जा सके। जलसंसाधन विभाग अधिनस्थ देसूरी उपखंड क्षेत्र में 9 सिंचाई जलस्त्रोत हैं। जिनमें से 2-3 बांध में पेयजल का आरक्षण भी है। गतवर्ष मानसून की न्यून बारिश होने के कारण एक भी बांध में नए पानी की आवक नहीं हुई। वर्ष 2020 में सिंचाई के बाद शेष बचा पानी इस वर्ष पेयजल में काम आ गया। इन दिनों उपखंड क्षेत्र के रणकपुर-सादडी बांध को छोड़ शेष सभी 8 बांध क्रमश राजपुरा, जूना मालारी, काणा, सेली की नाल, हरिओम सागर, केसुली, घोड़ाधडा एवं मुठाणा बांध के तल में जलीय जीवजंतुओं व मवेशी के पीने योग्य पानी है। गतवर्ष किसी बांध में नए पानी की आवक नही हुई तो सिंचाई नही हो पाई। ऐसे में मोरी वॉल्व, नहर माइनर आउटलेट के चैनल गेट पर मिट्टी व जंग आने से बारिश दौरान कोई परेशानी नही आए, इसको लेकर जलसंसाधन विभाग बाली सहायक अभियंता गोविंन्द सोतवाल, कनिष्ठ अभियंता रोहितकुमार एवं तकनीकि कार्मिक जितेन्द्रसिंह की देखरेख में उपखंड के सभी 9 बांध के मोरी वॉल्व, नहरों के गेट रखरखाव व मरम्मत को लेकर ऑयल ग्रीसिंग की गई।