बागपत के 63 बुजुर्गों की मदीने के दीदार की हसरत रह गई अधूरी
बागपत: कोरोना के खौफ के चलते पिछले दो साल से दिल में दबी मदीने के दीदार करने की बुजुर्गों की हसरत इस बार भी पूरी नहीं हो पाएगी। सऊदी हुकूमत की तरफ से जारी 65 साल की उम्र पार कर चुके लोगों के हज करने पर पाबंदी के सर्कुलर ने सफर-ए-हज की तैयारियों में जुटे इस दायरे में आने वाले लोगों की मदीने की गलियों में घूमने के ख्वाब भी चकनाचूर कर दिए हैं।बागपत जिले के 63 बुजुर्गों के आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं।
बता दें कि दुनियाभर में कोरोना की दहशत के बीच सऊदी हुकूमत ने दो साल से हज यात्रा पर पाबंदी लगा रखी थी। ऐसे में मदीने के दीदार के ख्वाहिशमंद इस मुबारक सफर के लिए लंबे वक्त से बेकरार थे। इस बार कोरोना का खौफ खत्म होने पर हज यात्रा की ऑनलाइन एप्लीकेशन के लिए हज कमेटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट का सिग्नल ग्रीन होते ही खाना-ए-काबा और मदीने के दीदार की कुछ ऐसी हसरतों का समंदर भी उफान मारने लगा।
युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक ने हज यात्रा के लिए आवेदन किए। लेकिन, ऑनलाइन आवेदन करने के बाद हज सफर की तैयारियों में जुटे 65 साल की उम्र पार कर चुके बुजुर्गों की उम्मीद को सऊदी हुकूमत के फरमान से बड़ा झटका लगा है। सऊदी हुकूमत ने 65 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों के हज यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिससे बागपत के 63 बुजुर्गों का हज यात्रा करने का अरमान इस बार भी अधूरा रह गया है।
सऊदी हुकूमत ने हज यात्रा के लिए अपने कायदे-कानून की सूची जारी कर दी है। 65 साल तक की उम्र वाले ही हज यात्रा कर सकेंगे। इसके लिए सफर से 72 घंटे पहले आरटीपीसीआर करानी होगी, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव होना जरूरी है। इसके साथ ही टीकाकरण की दोनों डोज भी लगी होनी चाहिए।
सऊदी हुकूमत ने हज यात्रा 2022 की इजाजत तो दे दी है, लेकिन 65 साल की कम उम्र के लोग ही हज यात्रा पर जा पाएंगे। जिले से इस उम्र से पार लगभग 63 लोगों ने आवेदन किया है। उन सभी के आवेदन निरस्त होंगे।
अमित कुमार, एडीएम बागपत