खुद के अपहरण की रची थी साजिश
आजमगढ़। महारागंज थाना क्षेत्र में अपहरण के एक फर्जी मामले का पुलिस ने खुलासा किया। साजिश रचने वाले दो दोस्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर चालान कर दिया। पुलिस ने बताया कि एक युवती को फंसाने के लिए युवकों ने अपने ही अपहरण की साजिश रची थी।
29 अगस्त को बिलरियागंज थाना क्षेत्र की एक महिला ने तहरीर दी कि उसका पुत्र 20 अगस्त को सरदहा बाजार गया था, तब से लापता है। संभवत: उसका अपहरण हो गया है। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की। विवेचना में अपहरण की कहानी झूठी निकली
प्रकाश में आया कि संदीप एक लड़की से प्यार करता था। उसकी कहीं और शादी हो गई थी। इसके बाद भी वह लड़की से बात करना चाहता था लेकिन लड़की ने इंकार कर दिया। इसलिए उसने लड़की को फंसाने के लिए अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी। संदीप व उसके साथ ही बलराम सिंह को पुलिस ने बवाली मोड़ से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में संदीप ने बताया कि 20 अगस्त को वह बिन किसी से बताए मुंबई चला गया। जहां उसकी दोस्ती बलराम सिंह निवासी छितही बाजार थाना रूद्रपुर देवरिया से दोस्ती हो गई। जिसने उसे नया सिम उपलब्ध कराया। इस सिम से उसने अपने भाई को मोबाइल पर डराने-धमकाने वाला मैसेज भेजा और बलराम की मदद से उसने अपने हाथ का एक ऐसा फोटो बनवाया जो खून से सना हुआ था। उक्त फोटो व मैसेज देखकर परिजन डर गए और थाने पर जाकर संदीप की पूर्व प्रेमिका के खिलाफ नामजद तहरीर दी। पुलिस ने दोनों का चालान कर दिया है
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