रसूखदारों को छुआ तक नहीं गया और गरीबों को छोड़ा नहीं गया, क्या है मामला जाने

in #azamgarh2 years ago

नगर विकास मंत्री के गृहक्षेत्र में नगर पंचायत ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर किया पक्षपात

० नगर पंचायत चिरैयाकोट का मामला,
०रसूखदारों को छुआ तक नहीं गया और गरीबों को छोड़ा नहीं गया.

चिरैयाकोट ( मऊ)जब योगी सरकार ने गरीबों और अमीरों में अन्तर नहीं किया. जब सीएम योगी ने स्वयं यह फरमान दिया है कि गरीब और बेसहारा को उजाड़ा नहीं जाए. यदि उसका आवास अतिक्रमण के दायरे में भी आता है तो उससे उदारता पूर्वक व्यवहार किया. लेकिन नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा के गृह जनपद मऊ की नगर पंचायत चिरैयाकोट का अतिक्रमण विरोधी अभियान में अमीरों और गरीबों के बीच अन्तर किया जा रहा है. नगर पंचायत चिरैयाकोट के अधिशासी अधिकारी के ऊपर एकतरफा कार्यवाही का आरोप लग रहा है. download.jpgइस कार्यवाही से बाजार के व्यवसायियों में भारी असंतोष और आक्रोश है. बताया जा रहा है कि पक्के निर्माण जो लबे सड़क बनाये गये हैं, उन्हें छुआ भी नहीं जा रहा है, लेकिन बेसहारा और निरीह लोगों के अस्थायी निर्माण को चुन चुन कर निशाना बनाया जा रहा है. जो टीन शैड सड़क से 30 से 25फुट अंदर है,को भी निशाना बनाया जा रहा है.वो भी बिना पू्र्व सूचना के. पिछले 6 जून को नगर पंचायत का बुल्डॊजर, सब्जीमंडी इलाके में पुरी दुकानों के सामान सड़कों पर बिखरे दिया गया. जबकि चौक पर सड़क से सटे पक्की दुकानों को भी छुआ तक नहीं गया क्योंकि वे रसूखदार और सम्मानित लोगों की हैं. सच्चाई यह कि असल जाम का कारण भी यह क्षेत्र बनता है. इस मामले को बताये जाने के बावजूद ईओ मनोज कुमार ने बताया कि- पक्का निर्माण चाहे लबे रोड ही क्यों न हो, उस पर वे कार्यवाही नहीं कर सकते.
फिर ऐसी पक्षपात पूर्ण कार्यवाही आखिर क्यों. ऐसे कार्य प्रणाली से अतिक्रमण कैसे हटेगा, यह सबसे बडा सवाल है? पूंजीपतियों, रसूखदारों,और दबंग व्यवसायियों को नियम ताक पर रख कर छोड दिया जा रहा है.इससे यह क्यों न माना जाय दाल में कुछ काला है. अतिक्रमण विरोधी अभियान केवल कागजी खानापूर्ति और सरकारी कोरम पूरा किया जा रहा है
और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है. जिसे भय और सनसनी पैदा कर, चढावा का इंतजार हो रहा है.ऐसा कहना है बजार के लोगों का ईओ मनोज कुमार से पूछने पर अतार्किक बातें बताई जाती हैं

सार्वजनिक जन सुविधाओं का अकाल( बाक्स)

नगर पंचायत चिरैयाकोट ने नगर विकास में कौन से जागरूकता वाले कार्यक्रम किये गए. विश्व पर्यावरण दिवस पर भी न तो कोई जन जागरण का कार्यक्रम चलाया गया और नहीं किसी प्रकार का पौधा लगाने का या वितरण का ही जागरुकता चलाया गया. भीषण गर्मी और तपते मौसम में नहीं कोइ प्याऊं ही लगाया गया. बल्कि जो एक-दो इडिंया मार्का जल निगम की मशीने थी, उन्हें भी उखड़वा दिया गया है.परिवहन निगम के बस स्टाप पर अबतक कोई शेड नहीं है.धूप और वारिस मे नगर पंचायत में आये लोग के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. सार्वजनिक सुविधाओं में नगर पंचायत द्वारा बन कर तैयार सुलभ शौचालय में भी ताला जड़ा हुआ है.विभिन्न इलाको में जल जमाव बारिस के दिनों में होता है. साफ सफाई केवल अभियान मुख्य मार्ग तक सीमित रहता है. यहाँ तक की पटरियाँ भी कीचड़ मय होती हैं.
जबकि चिरैयाकोट नगर पंचायत रानीपुर विकास खंड इलाके के नगर विकास मंन्त्री अरविंद कुमार शर्मा का गृह क्षेत्र में आता है और एमएलसी यशवंत सिंह, विक्रांत सिंह रिशु का गृहक्षेत्र भी है.