हवाई जहाज से अयोध्या आकर चोरी की घटना को दे रही थी अंजाम, सात महिला समेत आठ लोग गिरफ्तार

in #ayodhya2 years ago (edited)

देश के भीड़ भाड़ वाले धार्मिक स्थलों में चोरी की घटना को अंजाम देने वाले एक चोर गैंग का अयोध्या पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने सात महिला और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरोह की सरगना हवाई जहाज से अयोध्या चोरी करने के लिए आयी थी। पुलिस ने इनके पास से 61340 रुपये नकदी, आभूषण, एक कटर, छह मोबाइल बरामद किया है। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
पश्चिम बंगाल से अयोध्या आकर कर रही थी चोरी
एसएसपी शैलेश पांडेय गिरोह का खुलासा करते हुए कहा कि अयोध्या रामजन्मभूमि थाना क्षेत्र में चार जून को कार का शीशा तोड़कर चोरी की एक घटना संज्ञान में आयीं थी, जिसके आधार पर पड़ताल शुरू किया गया तो चोर गिरोह का पता चला। रामजन्मभूमि पुलिस ने सात महिला समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में इन्होंने ललिता मुदलियार पत्नी छोटा मुनस्वामी बालीकटा शीतला मन्दिर नालदंगा बैन्डील थाना चिनसुराह (चुचुड़ा) जिला हुगली पश्चिम बंगाल, शान्ता स्वामी पत्नी स्वर्गीय जयकृष्णा स्वामी निवासी हिन्द मोटर पारा दक्षिण नालदंगा थाना चिनसुराह (चुचुडा) जिला हुगली, ईश्वरी मुदलियार पत्नी स्वर्गीय सूरज मुदलियार दक्षिण नालदंगा आश्रम थाना चिनसुराह, सारो माली पत्नी शिबा माली दक्षिण नालदंगा सृजन पल्ली कानागढ़ थाना चिनसुराह (चुचुडा), पार्वती दास पत्नी स्वर्गीय मोगन दास भंगा मस्जिद के पास नालदंगा (सिटी) कानागढ़, माना सरकार पुत्री खोखन सरकार मानसपुर रोड लिचु बगान थाना चिनसुराह, खुशबू पत्नी सतीश निवासी गौरी फखरुद्दीन, नउवाखेड़ा थाना कासिमपुर, हरदोई हाल पता बालीकटा नालदंगा जैन मन्दिर स्कूल के पास थाना चिनसुराह और छोटू शाह पुत्र गोपी शाह निवासी बालीकटा नालदंगा जैन मन्दिर स्कूल के पास थाना चिनसुराह (चुचुडा) हुगली बताया है।
हवाई जहाज से आयीं थी गिरोह की सरगना ललिता
एसएसपी शैलेश पांडेय ने बताया कि गिरोह की सरगना ललिता मुदियार चेन्नई से लखनऊ हवाई जहाज से आयी थी। इसके अलावा गिरोह के सभी सदस्य दो जून को अयोध्या पहुंचे थे, सभी अयोध्या स्थित एक धर्मशाला में श्रद्धालु बनकर रह रही थी। ये महिलाएं मंदिरों और भीड़-भाड़ वाले मंदिरों में ही जाती थी। जहां श्रद्धालुओं के पर्स, चैन, मोबाइल आदि की चोरी करती थी। इसके अलावा कार में रखे सामानों की भी चारी करती थी। चोरी करने से पहले ये लोग कार के चारों ओर एकजुट होकर खड़ी हो जाती थी, इसके बाद कार का शीशा तोड़कर कार में रखे सामान की चोरी कर वहां से भाग जाती थी। इसके अलावा चोरी करने से पहले सावधानी पूर्वक घटना को अंजाम देती थी, ताकि वे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी न आएं। ये लोग यह भी ध्यान रखती थी कि चोरी करते समय सीसीटीवी कैमरे यह गैंग 10-15 दिन एक शहर में रहती थी, इसके बाद दूसरे शहर में चली जाती थी।