भजन संध्या स्थल पर हर मंगलवार को गूंजेंगे भजन

in #ayodhya2 years ago

Jaggu1 ayodhya news:-ayodhya_1633683932.jpegअयोध्या। सरयू तट स्थित भजन संध्या स्थल अब भक्तों के लिए श्रद्धा का केंद्र होगा। 20 करोड़ से भजन संध्या स्थल को धनुष की आकृति में भव्यता पूर्वक सजाया गया है। अब यहां रामायण के भजन गूंजेंगे व लोकनृत्य भी आकर्षण का केंद्र होंगे।

संस्कृति विभाग ने जिलाधिकारी को इसके लिए एक प्रस्ताव भेजा है। धनुष के आकार में बना भजन संध्या स्थल सरयू तट की भव्यता में इजाफा करता है। इसकी दर्शक क्षमता पांच हजार है।

सीढ़ीनुमा दर्शक दीर्घा में स्टेडियम के स्वरूप में विदेशी कालजिप शीट की छत लगाई गई है। यहां दो एक्जीवेशन हाल भी हैं। हालांकि निर्माण के बाद से ही यह स्थल सूना पड़ा रहा, जिसके चलते इसकी उपयोगिता पर भी सवाल खड़े होने लगे थे।
अब संस्कृति विभाग हर मंगलवार को यहां सांस्कृतिक आयोजनों की तैयारी कर रहा है। संस्कृति विभाग की इकाई अयोध्या शोध संस्थान ने जिला प्रशासन को एक प्रस्ताव भेजा है। जिसके तहत हर मंगलवार को भजन संध्या व लोकनृत्य के कार्यक्रम की अनुमति मांगी गई है।
वहीं एक दिन पहले ही जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की बैठक में अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने बस अड्डा के पास बने अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंच पर प्रतिदिन हो रही रामलीला को भंजन संध्या स्थल में कराने का प्रस्ताव रखा है।

जिस पर बैठक में सर्वसम्मति से पारित करते हुये संस्कृति विभाग को एक सप्ताह के अंदर संपूर्ण व्यवस्था के साथ भजन संध्या स्थल पर रामलीला कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।
अयोध्या शोध संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी रामतीरथ ने बताया कि भजन संध्या स्थल पर हर मंगलवार को भजन व लोकनृत्य के आयोजन को लेकर एक प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजा गया है, अनुमति मिलते ही आयोजन शुरू कर दिया जाएगा।
17 करोड़ से हाईटेक हो रहा तुलसी स्मारक भवन जल्द ही भव्य स्वरूप में सभी को लुभाएगा। भवन के रिमॉडलिंग का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। तुलसी स्मारक भवन हाईटेक सुविधाओं से लैस होगा।
देश-विदेश में बैठे लोग एक क्लिक पर रामलीला का मंचन देख सकेंगे। यह राष्ट्रीय स्तर पर शोध का भी केंद्र बनेेगा। अयोध्या शोध संस्थान के व्यवस्थापक रामतीरथ ने बताया कि भवन के रिमॉडलिंग का काम अंतिम चरण में है।
हाईटेक सुविधाओं से युक्त हाल भी बनकर तैयार है। लाईटिंग व फिनिशंग का काम चल रहा है, दो माह में यह भवन नए स्वरूप में आकर्षण का केंद्र होगा।