ट्रैफिक सिग्नल का उड़ा रहे मजाक

in #ayodhya2 years ago

Jaggu1 ayodhya news:-ayodhya_1633683932 (1).jpegअयोध्या। पुलिस, यातायात व परिवहन विभाग की लाख कोशिश के बाद भी अयोध्यावासी यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। आईटीएमएस कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या-फैजाबाद शहर के 20 चौराहों पर लगाई गईं ट्रैफिक लाइट्स पर प्रतिदिन 10 हजार से अधिक लोग रेड लाइट जंप कर रहे हैं।
एक से 29 अगस्त तक कुल चार लाख 52 हजार 430 लोगों ने यातायात नियमों का उल्लंघन किया है। अभी ऑनलाइन चालान करने की अनुमति नहीं होने पर इन्हें पब्लिक एड्रेस सिस्टम से सिर्फ चेतावनी दी जा रही है।

ये हालात तब हैं जब जुलाई माह में पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाकर दो हजार लोगों का चालान किया था। हालांकि कुल कितने लोगों ने यातायात के नियम तोड़े थे, इसकी जानकारी नहीं है, क्योंकि तक तब आईटीएमएस अपडेट नहीं था।
इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत अयोध्या-फैजाबाद शहर में पांच तिराहों और 15 चौराहों पर ट्रैफिक लाइट लगी हैं। वर्तमान में उदया चौराहे पर रेलवे ओवरब्रिज सेतु निर्माण के चलते लाइट को बंद कर दिया गया है।
वर्तमान में अयोध्यावासियों की लापरवाही के चलते यह व्यवस्था शोपीस बनकर रह गई है। ट्रैफिक लाइट्स का पालन न करना, जेब्रा क्त्रसॅसिंग क्त्रसॅस करना, रेड लाइट जंप करना, रॉन्ग साइड चलना, ट्रिपल राइडिंग व बिना हेलमेट वाहन चलाना आम बात हो गई है।

अमानीगंज स्थित आईटीएमएस के कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार इन ट्रैफिक सिग्नल पर यातायात नियमों के उल्लंघन के रोजाना 10 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
यहां तैनात आईटीएमएस एक्सपर्ट प्रमोद जोशी ने बताया कि अभी हमें ऑनलाइन चालान करने की अनुमति नहीं मिली है। हम नियम का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को पब्लिक एड्रेस सिस्टम से चेतावनी ही देते हैं।
इन ट्रैफिक सिग्नलों पर कई वाहन ऐसे हैं, जो रोजाना यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं। आईटीएमएस कंट्रोल रूम द्वारा इनका विवरण तैयार किया जा रहा है।
इनमें ज्यादातर वाहन दो पहिया, ई-रिक्शा व ऑटो शामिल हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार जल्द ही ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यातायात नियमों का पालन न करने के आंकड़े
प्रकार कुल मामले
रेडलाइट जंप 3,40,756
जेब्रा क्रॉसिंग पार करने 48,847
रॉन्ग साइड 57,272
ट्रिपल राइडिंग 427
बिना हेलमेट 5,128
कुल 4,52,430
सभी 20 चौराहों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम व सुपर नाइट विजन के सीसीटीवी भी लगे हुए हैं। इनके माध्यम से हर एक गतिविधियों को कैद किया जाता है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम से नियमों का उल्लंघन करने वालों को चेतावनी दी जाती है।
नेत्रहीन या स्कूली बच्चों को चौराहों पर सड़क पार कराने के लिए ऑडियो टेक्टाइल डिवाइस भी लगाया गया है। यह एक बटन सिस्टम है। इसे दबाने पर पैदल चलने वाले नेत्रहीन व स्कूली बच्चों को सुनाई देने योग्य एक संकेत मिलता है।
यह आवाज बताती है कि उन्हें सड़क कब पार करनी है। इन चौराहों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स भी लगाया गया है। किसी भी आपात स्थिति जैसे दुर्घटना, चोरी आदि में यह बॉक्स कंट्रोल रूम को सूचना भेजने का कार्य करता है।
इस बॉक्स पर लगे हेल्प बटन को दबाकर कंट्रोल रूम से संपर्क किया जाता है। वर्तमान में वीवीआईपी मूवमेंट पर तैनात पुलिस या यातायात कर्मी द्वारा सुविधा अनुसार ट्रैफिक सिग्नल लेने के लिए ज्यादातर इसका प्रयोग किया जा रहा है।
धर्मनगरी में पर्यटकों की संख्या में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। त्योहार व पर्वों पर यह संख्या कई लाख तक पहुंच जाती है। इस दौरान सबसे ज्यादा समस्या यातायात नियंत्रण को ही लेकर आती है।
विशेषकर श्रीराम अस्पताल से हनुमानगढ़ी चौराहे, शृंगार हाट, तुलसी उद्यान, नयाघाट बंधा तिराहा तक के रास्तों पर इतनी ज्यादा भीड़ होती है कि यहां पैदल चलना भी मुश्किल होता है।
इससे बचने के लिए यातायात पुलिस के पास रूट डायवर्जन करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता। सामान्य दिनों में भी दंतधावनकुंड से नयाघाट तक की करीब डेढ़ किमी की दूरी तय करने में लोगों को घंटों का समय लग रहा है।
इसका मुख्य कारण अतिक्रमण के साथ बड़ी संख्या में चल रहे ऑटो, विक्रम व ई रिक्शा भी है। यह मनमाने तरीके से कहीं भी वाहन रोककर सवारी उतारते व बैठाते हैं।
अयोध्या की हृदय स्थली हनुमानगढ़ी चौराहे को माना जाता है। यहीं पर हनुमानगढ़ी, श्रीराम जन्मभूमि, कनक भवन, दशरथ महल समेत अन्य प्रमुख मठ मंदिर स्थित हैं। इस अत्यंत संकरे चौराहे पर दिन भर भारी जाम लगा रहता है।
हालत ये है कि मंगलवार, शनिवार समेत अन्य मुख्य पर्वों पर यहां से गुजरना आसान नहीं होता। इन सबके बावजूद इस चौराहे को टैंपो-ई रिक्शा आदि ने अवैध स्टैंड भी बना रखा है। यहां सवारियां उतारना व बैठाना आम बात है।
दंतधावन कुंड-हनुमानगढ़ी चौराहे-पेट्रोल पंप तक दोनों पटरियों पर दुकानों के सामने दो पहिया वाहनों का स्टैंड बना रहता है। यही नहीं राजसदन के सामने बनाई गई निजी पार्किंग के ठेकेदारों पार्किंग फुल होने पर सार्वजनिक मार्ग पर यातायात पुलिस का बैरियर लगाकर रास्ता ही बंद कर देते हैं।
शहर की यातायात व्यवस्था संभालने में नाकाम रहने पर एसएसपी प्रशांत वर्मा ने यातायात निरीक्षक विवेक मौर्या को लाइन हाजिर कर दिया है। उनकी जगह निरीक्षक अभिमन्यु शुक्ला को नया यातायात निरीक्षक बनाया गया है।
शहर के सहादतगंज से नयाघाट तक चौड़ीकरण का प्रोजेक्ट जल्द ही शुरू होने वाला है। इसके बाद ही यहां की यातायात व्यवस्था पटरी पर आएगी। फिर भी शहर में मुख्य स्थानों पर यातायात पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाती है। अगर कहीं अवैध रूप से स्टैंड बनाकर वाहन खड़े किए जा रहे हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। आइटीएमएस से वाहनों का जल्द ई चालान की व्यवस्था शुरू कराई जाएगी। - मधुबन सिंह, एसपी सिटी अयोध्या।