फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में जांच टीम ने जैथरा में मारे छापे, मचा हड़कम्प

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टीम ने पोस्ट ऑफिस में तीन घण्टे खंगाले अभिलेख

बीआरसी का केंद्र संचालक हुआ 'बीमार', पोस्ट ऑफिस का प्राइवेट ऑपरेटर हुआ 'फरार'

एटा: फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में प्रशासनिक टीम ने जैथरा में ताबड़तोड़ छापे मारे। पोस्ट ऑफिस, बीआरसी के साथ साथ टीम ने जन सेवा केंद्रों पर अभिलेखों की पड़ताल की। पोस्टऑफिस स्थित आधार पंजीकरण केंद्र पर टीम ने तीन घंटे तक रिकॉर्ड खंगाला। बीआरसी केंद्र स्थित आधार पंजीकरण का ऑपरेटर 'बीमार' हो जाने के कारण वहां पर ताला लटका मिला। टीम पिछले 7 माह का रिकॉर्ड खंगाल रही है। छापामार कार्यवाही से केंद्र संचालकों में हड़कंप मचा रहा।
एसडीएम अलीगंज प्रतीत त्रिपाठी के निर्देश पर नायाब तहसीलदार अलीगंज अरविंद कुमार एवं नायाब तहसीलदार सतीश चंद्र ने अपनी टीम के साथ नगर में छापामार कार्यवाही शुरू की। सबसे पहले टीम ब्लाक संसाधन केंद्र ( बीआरसी) जैथरा स्थित आधार पंजीकरण केंद्र पहुंची। केंद्र पर टीम को ताला लगा मिला। वहां मौजूद लोगों ने टीम को बताया कि ऑपरेटर बीमार हैं। जिसके टीम ने ऑपरेटर से उनके मोबाइल नम्बर पर भी कॉल की, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ होने के कारण वार्ता न हो सकी। टीम को यह जानकारी मिली है कि छापामार कार्यवाही से बचने को ऑपरेटर ने बीमारी का बहाना बनाया है। इसके बाद टीम डाकघर स्थित आधार पंजीकरण केंद्र पहुंची। टीम को देखते ही वहां हड़कम्प मच गया। मौका देखते ही आधार पंजीकरण ऑपरेटर की कुर्सी पर बैठने वाला प्राइवेट ऑपरेटर वहां से भाग गया। टीम ने जनवरी से अब तक पंजीकृत हुए आधार पंजीकरण के अभिलेखों की पत्रावली मांगी, जिसे देने से इनकार कर दिया। विभाग ने जांच टीम को सिर्फ रजिस्टर मुहैया कराया। आधार पंजीकरण को आवेदक की तरफ से उपलब्ध कराए जाने वाले साक्ष्य को विभाग द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया। यह कहते हुए मना कर दिया गया कि साक्ष्य आवेदक को वापस कर दिए जाते हैं। यह बात टीम के गले नहीं उतरी और उन्होंने सम्बन्धित जिम्मेदार के बयान दर्ज किए। साक्ष्य उपलब्ध न कराने से जिम्मदारों की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है। इसके बाद टीम ने एटा-अलीगंज मार्ग स्थित कई जनसेवा केंद्रों पर छापे मारे। टीम ने केंद्रों पर गहराई से जांच पड़ताल की। एसडीएम प्रतीत त्रिपाठी जांच टीम से पल-पल की अपडेट लेते रहे। बताते चलें कि सोशल मीडिया पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र वायरल होने के बाद एसडीएम प्रतीत त्रिपाठी ने जांच टीम को गहराई से जांच करने के निर्देश दिए थे।
जांच टीम में नायाब तहसीलदार अलीगंज अरविंद कुमार, नायाब तहसीदार जैथरा सतीश कुमार, राजस्व लेखपाल जैथरा राजेश कुमार शामिल थे।

पोस्टऑफिस, बीआरसी पर ही बनते हैं आधार कार्ड
नगर में आधार कार्ड पंजीकरण सिर्फ बीआरसी एवं पोस्ट ऑफिस स्थित केंद्रों पर ही होते हैं। आधार कार्ड पंजीकरण में प्रूफ के रूप में जन्म प्रमाण पत्र का उपयोग होता है। जिसमें बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि आधार कार्ड पंजीकरण में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र उपयोग करने में इन केंद्रों के ऑपरेटरों की मुख्य भूमिका रही है। इसीलिए ऑपरेटरों द्वारा जांच टीम का सहयोग नहीं किया जा रहा है।