डीलर बनने आया युवक चार ई-रिक्शा लेकर फरार, 17 दिन बाद गिरफ्तार

महाराजगंज 17 सितंबर : (डेस्क) सिसवा बाजार में युवक ने फर्जी आरटीजीएस स्क्रीनशॉट दिखाकर चार ई-रिक्शा लेकर फरार हुआ।ई-रिक्शा कारखाने के मालिक ने बैंक में पड़ताल के बाद ठगी की जानकारी प्राप्त की।

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सिसवा बाजार में एक युवक ने ई-रिक्शा डीलर बनने का सपना देखा, लेकिन उसकी यह चाह उसे ठगी का शिकार बना गई। बिहार का यह युवक एक ई-रिक्शा कारखाने में डीलर बनने के लिए आया था, जहां उसने कंपनी के मालिक को फर्जी आरटीजीएस स्क्रीनशॉट दिखाकर चार ई-रिक्शा ले लिए और फरार हो गया।

युवक ने जब कारखाने में प्रवेश किया, तो उसने अपने दोस्त से प्राप्त एक लिंक के माध्यम से कंपनी के मालिक को विश्वास दिलाया कि उसने बैंक में चार ई-रिक्शा के लिए भुगतान कर दिया है। उसने फर्जी आरटीजीएस ट्रांजैक्शन का स्क्रीनशॉट दिखाया, जिससे कंपनी मालिक को यह विश्वास हुआ कि भुगतान सही है।

हालांकि, जब कंपनी मालिक ने कुछ दिनों बाद बैंक में जांच की, तो उसे पता चला कि कोई भी ट्रांजैक्शन नहीं हुआ था और युवक ने उसे ठग लिया है। इस धोखाधड़ी के बाद, कंपनी मालिक ने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित किया और मामला दर्ज कराया।

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी की तलाश शुरू की। 17 दिन की मेहनत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक ठगी के लिए पहले से ही योजना बना चुका था और उसने कई लोगों को इसी तरह से ठगा था।

इस घटना ने स्थानीय व्यवसायियों और डीलरों के बीच चिंता बढ़ा दी है। कई लोग अब ऑनलाइन लेन-देन और फर्जी दस्तावेजों के प्रति अधिक सतर्क हो गए हैं। पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि वे किसी भी वित्तीय लेन-देन से पहले सभी दस्तावेजों और प्रमाणों की जांच करें ताकि वे ठगी का शिकार न बनें।

सिसवा बाजार में हुई यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे धोखाधड़ी करने वाले लोग आसानी से दूसरों को अपने जाल में फंसा सकते हैं। पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि अन्य संभावित पीड़ितों की पहचान की जा सके और आरोपी के नेटवर्क का पता लगाया जा सके।