एक करोड़ में दो हाथी दांत का सौदा तय, STF ने ग्राहक बनकर किया गिरफ्तार

बरेली 18 सितम्बरः(डेस्क)यूपी-उत्तराखंड की एसटीएफ और वन विभाग की संयुक्त टीम ने मंगलवार शाम को बरेली के पास एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है, जो कार में दो हाथी दांत ले जा रहे थे। यह हाथी दांत लगभग सवा तीन फुट लंबे हैं। गिरफ्तार तस्करों की पहचान आदित्य विक्रम सिंह, करण सिंह और नत्था सिंह के रूप में हुई है।

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गिरफ्तारी का विवरण

इस कार्रवाई का नेतृत्व सीओ आरबी चमोली कर रहे थे, जिन्होंने उत्तराखंड एसटीएफ और वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (डब्लूसीसीबी) दिल्ली की संयुक्त टीम के साथ मिलकर तस्करों का पीछा किया। सूचना मिलने पर बरेली एसटीएफ की टीम भी तस्करों का पीछा करते हुए सीबीगंज के गांव पुरनापुर पहुंच गई। इस दौरान तस्करों की कार एक खाई में फंस गई, जिसके बाद एसटीएफ ने घेराबंदी कर तस्करों को कार समेत पकड़ लिया।

तस्करों का modus operandi

पकड़े गए तस्करों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे हाथी दांत बेचने के लिए एक जिले से दूसरे जिले में घूम रहे थे। उनकी योजना थी कि वे इन हाथी दांतों को एक करोड़ रुपये में बेचेंगे। एसटीएफ ने सूचना मिलने पर ग्राहक बनकर डील कर ली और इस तरह तस्कर फंस गए।
सूत्रों के अनुसार, सात किलो वजनी हाथी दांत के लिए तस्करों को 70 लाख रुपये तक के खरीदार मिल चुके थे, लेकिन वे इसे कम से कम एक करोड़ रुपये में बेचना चाहते थे। इसी कारण वे लगातार इधर-उधर भटक रहे थे।

हाथी दांत की कीमत

गिरफ्तार किए गए दोनों हाथी दांत आधे टूटे हुए हैं। एक पूरा हाथी दांत लगभग एक करोड़ रुपये में बिक सकता है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि किसी वयस्क हाथी की मौत के बाद उसके दांतों की कुल कीमत दो करोड़ रुपये तक हो सकती है। हाथी दांत का उपयोग आभूषण और मूर्तियों बनाने में किया जाता है, और इसकी गुणवत्ता कई बार सोने से भी महंगी होती है।

नत्था सिंह की पहचान

गिरफ्तार नत्था सिंह नानकमत्ता गुरुद्वारे में सेवादार के रूप में काम करता है। उसने पूछताछ में बताया कि वह 12 साल से अधिक समय से वहां सेवादार है। यह जानकारी उसे संदिग्ध बनाती है, क्योंकि वह इस अवैध व्यापार में शामिल था।