जिले में 42 एकड़ क्षेत्र में कृषकों द्वारा पैडी ट्रांसप्लांटर से की गई धान की रोपाई

in #anuppur13 days ago

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अनूपपुर / किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग एवं कृषि अभियांत्रिकी अनूपपुर के संयुक्त तत्वाधान में खरीफ वर्ष 2024 अंतर्गत जिले में कृषकों द्वारा 42 एकड़ क्षेत्र में धान रोपाई पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन द्वारा की गई है। पैडी ट्रांसप्लांटर का उपयोग कर रोपा लगाने में लगभग 1000 रुपये प्रति एकड़ का व्यय होता है। साथ ही मजदूरो की अनुपलब्धता के कारण फसल रोपाई में होने वाली देरी से भी बचाव होकर निश्चित समय पर धान रोपाई का काम पूरा कर लेने से उत्पादन में वृद्धि भी होती है। उक्ताशय की जानकारी देते हुए उप संचालक कृषि द्वारा बताया गया कि पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन कृषकों को कृषि अभियांत्रिकी विभाग के माध्यम से बहुत ही आसानी से 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध है। वर्तमान में पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन की अनुमानित कीमत लगभग 3.4 लाख रुपये है। कृषक ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर उक्त मशीन प्राप्त कर सकते हैं। यंत्र अनुदान हेतु कृषक के पास आधार कार्ड, कृषि योग्य भूमि बी-1, बैंक पासबुक, जाति प्रमाण पत्र (एससी/एसटी वर्ग हेतु मात्र), ट्रेक्टर आर.सी.(ट्रेक्‍टर चलित कृषि यंत्रो हेतु मात्र) होना चाहिए। यंत्रो पर अनुदान हेतु कृषक ऑन लाईन dbt.mpdage.org वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। उपरोक्त समस्त दस्तावेज ऑन लाईन उपरान्त कृषक को क्रय स्वीकृति आदेश सहायक कृषि यंत्री शहडोल द्वारा जारी की जाती है। क्रय स्वीकृति आदेश जारी होने के उपरांत कृषक को 20 दिवस के अन्दर यंत्र क्रय करना होगा एवं बिल एवं भुगतान का प्रमाण डीलर के माध्यम से ऑन लाईन अपलोड करना होता है, जिसके पश्चात् ही अनुदान देय होता है। प्रक्रिया के संबंध में अधिक जानकारी हेतु कार्यालय सहायक कृषि यंत्री शहडोल से संपर्क किया जा सकता है।

उप संचालक कृषि द्वारा पैडी ट्रांसप्लांटर से धान रोपाई प्रक्रिया को समझाते हुये जानकारी दी गई है कि पैडी ट्रांसप्लांटर से रोपाई हेतु सर्वप्रथम धान नर्सरी की तैयारी 18X26X2 इंच की प्‍लेटों में रेज्ड बेड में पॉलीथीन लगाकर तैयार की जाती है। 12-15 दिन की धान नर्सरी का उपयोग रोपाई हेतु किया जाता है। नर्सरी तैयार होने के बाद धान रोपाई हेतु तैयार खेत में पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन का उपयोग करते हुये एक से डेढ़ घंटे में एक एकड़ खेत में रोपाई की जा सकती है। फसल का समय पर रोपाई होने के कारण कीट बीमारियों से भी रोकथाम होती है एवं समय पर कटाई होने से उत्पादन भी अधिक प्राप्त होता है। उप संचालक कृषि ने कृषकों से अपील है कि समय की महत्ता को देखते हुये नवीन तकनीकों का उपयोग करें एवं कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देते हुये शासकीय योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाते हुये अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करें। पैडी ट्रांसप्लांटर के बारे में अधिक जानकारी हेतु जिले के सहायक कृषि यंत्री श्री रितेश पयासी (मो.नं.-9770196621) से संपर्क कर सकते है। साथ ही अपने क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी या विकासखण्ड में स्थित वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय से जानकारी प्राप्त कर सकते है।