दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार सम्पन्न

in #anuppur2 years ago

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हिन्दी में सामाजिक विज्ञान अनुसंधान चुनौतियां और संभावनाएं विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार सम्पन्न

जूम प्लेटफार्म का शा. तुलसी महाविद्यालय के तत्वावधान में हुआ आयोजित

अनूपपुर| शासकीय तुलसी महाविद्यालय, अनूपपुर तथा देवनागरी महाविद्यालय, गुलावठी के आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चयन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी में सामाजिक विज्ञान अनुसंधान अवसर, चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन जूम प्लेटफार्म पर किया गया।
वेबिनार को 4 सत्रों में विभाजित किया गया था। प्रथम सत्र में अम्बेडकर विश्‍वविद्यालय दिल्ली के सेंटर फॉर रिसर्च एंड आर्काइव इन इंडिया एंड इंडीजीनस नॉलेज एंड लैंग्वेज सिस्टम एकेडमिक फेलो डॉ. रमाशंकर सिंह ने हिंदी में समाज विज्ञान क्यों? विषय पर, दूसरे सत्र में विश्‍व भारती विश्‍वविद्यालय, कोलकाता के इतिहास विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष हितेंद्र पटेल ने हिंदी में समाज विज्ञान लेखन समस्याएं एवं समाधान विषय पर, वेबीनार के दूसरे दिन तीसरे सत्र में सतीश चंद्र कॉलेज बलिया के इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शुभनीत कौशिक ने उत्तर भारत के पुस्तकालय और अभिलेखागार विषय पर, चतुर्थ सत्र में अंबेडकर स्कूल आफ सोशल साइंसेज, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विष्वविद्यालय, लखनऊ के समाजशास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार ने हिंदी में समाज विज्ञान लेखन प्रकाशन एवं ज्ञान की निर्मिति विषय पर प्रकाश डाला।
वेबिनार के प्रथम दिन सह अध्यक्षता कर रहे शासकीय तुलसी महाविद्यालय, अनूपपुर के प्राचार्य प्रोफेसर विक्रम सिंह बघेल तथा देवनागरी महाविद्यालय, गुलावठी बुलंदशहर के प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी ने वक्ताओं का स्वागत किया।
प्रथम दिन अवधारणात्मक टिप्पणी पीयूष त्रिपाठी ने दी। प्रथम सत्र का संचालन भवनीत सिंह बत्रा तथा दूसरे सत्र का संचालन डॉ मनमोहन लाल विश्‍वकर्मा ने किया। तीसरे सत्र का संचालन डॉ. पुष्पेंद्र कुमार मिश्र ने तथा चौथे सत्र का संचालन संदीप कुमार सिंह ने किया। प्रथम दिवस का आभार ज्ञापन डॉ अमित भूषण द्विवेदी ने किया। वेबीनार का आभार ज्ञापन शासकीय महाविद्यालय वेंकट नगर के प्राचार्य प्रोफेसर आरके सोनी ने किया।
इस अवसर पर 100 से अधिक विद्यार्थी शोधकर्ता शिक्षाविद तथा समाज वैज्ञानिक उपस्थित रहे।