एएमयू शिक्षक को आरओ अपशिष्ट जल बचाने वाली नई प्रणाली के लिए मिला पेटेंट
अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के मैकेनिकल इंजीनियरिंग अनुभाग के डॉ. अनीस अहमद अंसारी को भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय द्वारा उनके शोध कार्य ‘रिवर्स ऑस्मोसिस आधारित जल और ऊर्जा संरक्षण के लिए एक प्रणाली’ पानी शुद्ध करने वाला यंत्र पर पेटेंट प्रदान किया गया है,
डॉ. अंसारी ने बताया है कि घरों और कार्यालयों में उपयोग किया जाने वाला रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) जल शोधक भारी मात्रा में गैर-पीने योग्य पानी को बर्बाद करता है जो बिना उपयोग के बह जाता है, हालांकि यह पानी साफ होता है और खराब पदार्थ से मुक्त होता है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर साफ पानी की बर्बादी से पानी का संकट कई गुना बढ़ जाता है।
उन्होंने कहा कि उनका आविष्कार रिवर्स ऑस्मोसिस प्रक्रिया से उत्पन्न स्वच्छ गैर-पीने योग्य पानी के भंडार का प्रावधान करके रिवर्स ऑस्मोसिस-आधारित जल शोधक में पानी और ऊर्जा संरक्षण के लिए एक प्रणाली प्रदान करता है। इस पानी को एक टैंक में स्थानांतरित करने के लिए हाइड्रोलिक दबाव का उपयोग किया जाता है और एक प्रवाह नियंत्रण वाल्व आवश्यकता पड़ने पर उक्त टैंक से संचित स्वच्छ पानी के निर्वहन को नियंत्रित करता है।
डा. अंसारी ने कहा कि इस प्रकार आरओ प्रक्रिया से निकलने वाले स्वच्छ गैर-पीने योग्य पानी का उपयोग कई उद्देश्यों जैसे हाथ धोने, बर्तन धोने, फर्श धोने, वृक्षारोपण, कमरे के कूलर, शौचालय फ्लशिंग, निर्माण, वाहन धोने, अग्निशमन इत्यादि के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, इससे विद्युत ऊर्जा की बचत होगी जो अन्यथा इन उद्देश्यों के लिए अतिरिक्त भूजल पंप करने के लिए आवश्यक होती है।
Please like my news