बसखारी सीएचसी में पेयजल किल्लत
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसखारी आने वाले मरीजों व तीमारदारों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। कहने को तो अस्पताल परिसर में दो हैंडपंप लगे हैं लेकिन उनमें से निकलने वाला दूषित पानी किसी काम के लायक नहीं होता। कई शिकायतों के बाद भी पेयजल संकट की इस गंभीर परेशानी से छुटकारा दिलाने को लेकर जिम्मेदार उदासीन हैं।
बसखारी सीएचसी पर प्रतिदिन करीब चार सौ मरीजों की ओपीडी होती है। इस दौरान तीमारदारों व अस्पताल स्टाफ को मिलाकर यहां प्रतिदिन छह से सात सौ लोग मौजूद रहते हैं। इसके बावजूद पेयजल से लेकर शौचालय तक की व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी है। परिसर में लगे दो हैंडपंपों पर ही पेयजल आपूर्ति के लिए पूरा सीएचसी निर्भर है।
Haridwar: पत्नी को हरिद्वार ले गया पति, रात में खूब पी शराब और कई बार बनाए अप्राकृतिक संबंध, विरोध किया तो...
राज्य में पिछले एक दशक में न केवल आबादी में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। बल्कि मतदाताओं की संख्या भी काफी बढ़ी है। इसका
तकरीबन एक साल से ये दोनो हैंडपंप दूषित पानी दे रहे हैं। इसके चलते पेयजल के साथ ही सीएचसी में शौचालय में भी साफ पानी का संकट बना हुआ है। शौचालय में पानी की सप्लाई के लिए लगी टोटियां पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। पेयजल किल्लत के कारण मरीजों व तीमारदारों के साथ ही डॉक्टरों व बाकी अस्पताल स्टाफ को भी काफी परेशानी होती है।
अस्पताल में तैनात स्टाफ का कहना है कि यहां व्याप्त पेयजल की विकट समस्या से छुटकारा दिलाने की मांग लगातार आला अफसरों से करने के बाद भी जिम्मेदार उदासीन बने हैं।
महिला के जिस्म और भरोसे को दिए जख्म: तीन बच्चों की मां से नाम बदल दोस्ती के बाद दुष्कर्म, यहीं न रुकी दरिंदगी
गाजियाबाद के मुरादनगर से धर्म छुपाकर महिला से दोस्ती करने के बाद दुष्कर्म करने और अश्लील वीडियो बनाने का मामला प्रकाश
शुद्ध पेयजल के लिए एक नया हैंडपंप लगवाया गया है। नया होने के कारण इससे पानी मिलने में कुछ दिक्कत हो रही है, जल्द ही यह परेशानी दूर करा दी जाएगी।
-डॉ. मारकंडेय प्रसाद, सीएचसी प्रभारी