अल्फा-साइपरमेथ्रिन दवा से 35 हजार मकानों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी

शाहजहांपुर 12 सितम्बर:(डेस्क)शाहजहांपुर में बुखार, मलेरिया और पूर्व में डेंगू से प्रभावित रहे पांच ब्लॉकों के 122 गांवों के 35 हजार मकानों में रहने वालों के लिए सुरक्षा कवच तैयार किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने इन मकानों की दीवारों पर अल्फा-साइपरमेथ्रिन दवा का छिड़काव कराने का निर्णय लिया है, जिससे मच्छरों को खत्म करने का दावा किया गया है।

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मच्छरजनित रोगों का बढ़ता खतरा

बाढ़ का पानी उतरने के बाद जिले में मच्छरजनित रोगों का प्रकोप बढ़ गया है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार स्थिति और भी खराब हो गई है, जब डेंगू और मलेरिया के कारण सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया और डेंगू जैसे खतरनाक रोगों से लोगों को बचाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।

अल्फा-साइपरमेथ्रिन दवा का उपयोग

जिला मलेरिया अधिकारी राजीव मौर्या ने बताया कि पिछले दो वर्षों में सिंधौली, भावलखेड़ा, ददरौल, कांट और कलान में मच्छरजनित रोगों की स्थिति भयावह रही है। इन ब्लॉकों के 122 गांवों को चिह्नित करते हुए अल्फा-साइपरमेथ्रिन दवा का छिड़काव मकानों की दीवारों पर किया जाएगा। इस दवा के प्रभाव से अगले वर्ष मच्छरजनित रोगों में कमी आने की उम्मीद है।

स्वास्थ्य विभाग की योजना

स्वास्थ्य विभाग ने इस योजना को लेकर गंभीरता से काम करना शुरू कर दिया है। दवा की सप्लाई के लिए स्वीकृति मिल गई है, और अब इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। मकानों की दीवारों पर दवा का छिड़काव करने से मच्छरों की संख्या में कमी आएगी, जिससे बुखार, मलेरिया और डेंगू जैसे रोगों का खतरा भी कम होगा।

स्थानीय लोगों की स्थिति

कलान क्षेत्र के लोग लंबे समय से मच्छरजनित रोगों से परेशान हैं। स्वास्थ्य विभाग की यह पहल उनके लिए राहत का कारण बन सकती है। मच्छरों के बढ़ते प्रकोप के कारण स्थानीय निवासियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, और इस दवा के छिड़काव से उन्हें कुछ हद तक सुरक्षा मिल सकेगी।