बाजरे के फायदे पर प्रोफेसर मुजीबुर रहमान खान का व्याख्यान
अलीगढ़, 31 जुलाईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पौध संरक्षण विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर मुजीबुर रहमान खान ने बाजरा के स्वास्थ्य लाभ और जलवायु परिवर्तन के कारण कठोर परिस्थितियों में इसकी खेती के लिए उपयुक्तता के बारे में व्याख्यान दिया।
वह बाजरा और मोटे अनाज के लाभों के बारे में जागरूकता अभियान के हिस्से के रूप में ‘बाजरा की खेती के लाभ और इसकी खपत‘ पर व्याख्यान दे रहे थे। यह कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय बाजरा-2023 (आईवाईएम) वर्ष के अवसर पर महीने भर चलने वाली गतिविधियों का हिस्सा था।
प्रोफेसर मुजीबुर रहमान ने बताया कि बाजरे की खेती किसानों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए कैसे फायदेमंद होगी।उन्होंने आजीविका और जलवायु परिवर्तन की दृष्टि से बाजरा की खेती के महत्व पर चर्चा की और कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष मनाने के विचार का 72 देशों का भारी समर्थन प्राप्त हुआ।
प्रोफेसर मुजीबुर रहमान ने कहा कि ‘बाजरा कम खर्चीला है और इसमें गेहूं और चावल की तुलना में बेहतर पोषण तत्व हैं। यह जीवनशैली से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने में भी मदद करता है। बाजरा खराब मिट्टी में भी अच्छी तरह से बढ़ता है और जलवायु परिवर्तन को झेलने की क्षमता रखता है।
व्याख्यान के बाद संगोष्ठी में भाग लेने वाले शिक्षकों और छात्रों को बाजरे का नाश्ता परोसा गया।
जनसंपर्क कार्यालय
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
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