समूहों के वित्तीय समावेशन से राष्ट्र की मुख्य धारा से जुडें बैंक
सूक्ष्म वित्त एवं वित्तीय समावेशन विषय पर बैंकर्स के साथ एक दिवसीय संवेदीकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन
शासकीय दायित्वों का निवर्हन करते हुये चैरिटी की आदत डालें
-इन्द्र विक्रम सिंह
अलीगढ़29जुलाई(सूवि) अलीगढ़ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत जनपद अलीगढ़ के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्थायी आजीविका प्रदान करने हेतु जनपद स्तरीय सूक्ष्म वित्त एवं वित्तीय समावेशन विषय पर बैंकर्स के साथ एक दिवसीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन कलक्ट्रेट सभागार में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह द्वारा दीप प्रज्जलित कर किया गया। कार्यक्रम में अग्रणी बैंक प्रबंधक के साथ सभी बैंक जिला समन्वयक सहित बैंक शाखाओं के बैंक प्रबंधकों ब्लाक एवं डिस्ट्रिक्ट मैनेजर्स ने प्रतिभाग किया।
डीएम इन्द्र विक्रम सिंह ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि गरीब से अति गरीब ग्रामीण महिलाओं को समूह के माध्यम से उनकी गरीबी दूर करने का एनआरएलएम एक सामाजिक आन्दोलन हैं। ग्रामीण समाज के विकास में समूहों के माध्यम से बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका है। समूह के बेहतर संचालन में बैंको की सहभागिता नितांत जरूरी है। बैंकों को महिलाओं को एसएचजी के माध्यम से स्वरोजगार दिलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका दिलानी होगी। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर लक्ष्य के सापेक्ष समूहों के खाते खोलकर वित्तीय समावेशन करना होगा।
उन्होंने कहा कि कोई पद महत्वपूर्ण या महत्वहीन नहीं होता है। आप यदि पूर्ण मनोेयोग से कोशिश करते हैं तो न जाने कितने गरीब, जरूरतमंदों के जीवन में उजाला ला सकते हैं। व्यक्ति अपने कार्यों से पहचाना जाता है। व्यक्ति जब असंतुष्टिता से बाहर आता है तब वह अपने पदीय दायित्वों, कार्यों को भली-भॉति समझता है। शासकीय दायित्वों का निवर्हन करते हुये चैरिटी की आदत डालें। स्वयं सहायता समूह आज के दौर में विकास का ग्रोथ इंजन हैं। ध्यान रहे कि अर्थव्यवस्था को संभालने में छोटी-छोटी बचत का बहुत महत्व होता है। प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का पात्र एवं जरूरतमंदों को लाभा दिलायें।
उपायुक्त राष्ट्रीय आजीविका मिशन एवं पीडी डीआरडीए भालचन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि जनपद के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय पटल पर जनपद का नाम रोशन किया है। समूह की गतिविधियों में बैंकर्स की भूमिका परिलक्षित होती है। बैंकर्स को आगे आकर समूहों के सशक्तिकरण में अपना दायित्व सामाजिक धर्म मानकर निभाना होगा। अग्रणी बैंक प्रबंधक ने विभिन्न क्षेत्रो में चल रही समूह की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए समूह को रोजगार देने के लिए सूक्ष्म वित्त से आच्छादित किये जाने की बात कही। राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान से राष्ट्रीय संदर्भदाता प्रशिक्षक रमेश कुमार अरोरा एवं एम पी सिंह द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अधीन संचालित स्वयं सहायता समूहों के खाते वित्त प्रबंधन सी सी एल जन समर्थ पोर्टल डिजिटल साक्षरता पर बिन्दुवार प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर बेहतर कार्य करने वाले बैंक शाखा प्रबंधकों को जिलाधिकारी ने प्रेरणा स्वरूप प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित करते हुये गरीब एवं जरूरतमंद की बात अच्छे से सुनकर उसकी हरसम्भव मदद करें की भी नसीहत दी।
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