अलीगढ़ खैर में गोकशी करने वाले तीन गोकश चढ़े पुलिस के हत्थे, गोवध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज

in #aligarh2 years ago

IMG-20220514-WA0035.jpgअलीगढ़ खैर कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला अस्सु में गोकशी करने वाले को गोकशों के द्वारा 12 मई को गोकशी करने की वारदात को अंजाम दिया गया था। खेतों के अंदर एक दर्जन से ज्यादा पशुओं की गोकशी करने वाले गोकशों के द्वारा निर्ममता पूर्वक गोकशी करते हुए उनके अवशेषों को खेतों में जगह-जगह फेंक दिया गया था। जिसके बाद इस गांव का एक किसान दोपहर में करीब दो बजे खेतों पर घूमने के लिए गया था। खेतों पर घूमने गए किसान ने जंगलों के बीच खेतों के अंदर एक दर्जन से ज्यादा गोवंश के अवशेष पड़े देखे थे जिसके बाद किसान खेतों से दौड़कर गांव पहुंचा और भारी तादाद में खेतों के अंदर पड़े गोवंश के अवशेष पड़े होने की जानकारी ग्रामीणों को दी गई थी। खेतों के अंदर गोकश के अवशेष पाए जाने के बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश पनप गया था। खेतों में अवशेष पाए जाने की सूचना मिलते ही सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए थे जिसके बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों के द्वारा गोकशी करने वाले को गोकशों की गिरफ्तारी करने की मांग करते हुए हंगामा किया गया था गांव के अंदर अवशेष मिलने और ग्रामीणों को द्वारा हंगामा किए जाने की सूचना मिलते ही एसडीएम खैर समेत क्षेत्र अधिकारी इंदु सिद्धार्थ भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंची थी जिसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस और जिला प्रशासन के लोगों द्वारा हंगामा कर रहे लोगों को गोकशी करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने का आश्वासन देते हुए समझा-बुझाकर शांत किया गया था। आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ था। जिसके बाद पुलिस के उच्च अधकारियों ने मामले में संज्ञान लेते हुए गोकशी करने वाले गोकशी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित करते हुए तीन गोकशों को मुखबिर सूचना पर खैर पुलिस टीम द्वारा शनिवार को उमरी मोड़ से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए तीनों गौ तस्करों के कब्जे से 3 धारदार छुरे, एक बांका सहित लोहे की रॉड बरामद की गई है पुलिस ने गोकशी करने वाले तीनों लोगों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से धारधार नुकीले हथियार बरामद कर धारा 3/5/8 गोवध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ गोवध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया गया है तो वही अलीगढ़ जिले के अन्य थानों में भी पकड़े गए गौ तस्करों का आपराधिक इतिहास में खंगाला जा रहा है।