अलीगढ़ जिले को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए हर रोज प्रयास

in #aligarh2 years ago

IMG-20220621-WA0048.jpgअलीगढ़ शहर की संस्था हैंड्स फॉर हेल्प के द्वारा गोद लिए टीबी मरीजों को रघुवीर पूरी स्तिथ श्री राम धर्म शाला में पुष्ठार वितरित किया गया विभाग द्वारा क्षय मरीजों को नि:क्षय पोषण योजना के लाभ के साथ हैंड फॉर हेल्प के द्वारा भूना चना, सत्तू, सोयाबीन, गुड़, मूंगफली, बिस्किट आदि खाद्य पदार्थों के पैकेट दिए गए। हैंड्स फॉर हेल्प के द्वारा 101 क्षय मरीजों को गोद लिया गया है ।
जिला पीपीएम समन्वयक ने कहा कि टीबी कोई असाध्य बीमारी नहीं है समय पर सही जांच और सही इलाज के साथ टीबी पूरी तरह से सही हो जाती हैं ,साथ ही अपने अपने परिवार को क्षय रोग से बचाने हेतु मरीज को रिपोर्ट सही आने तक सावधानी बरतनी पड़ती है जिसे से अपने परिवारीजन को रोग ना लगे बचा सकता है साथ ही बताया कि टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए अभियान तेज किया गया है। मरीजों की देखभाल के लिए उन्हें गोद लेने की योजना शुरू हुई है। इसमें कोई भी नागरिक एक या एक से अधिक मरीज को गोद लेकर निक्षय मित्र बनकर उनकी देखभाल और मदद कर सकता है ।
जिला टीबी एच आई वी समन्वयक नईम अहमद ने कहा कि टीबी मरीजों को गोद लेने का उद्देश्य सिर्फ पुष्टाहार मुहैया कराना ही नहीं है, बल्कि मरीजों की मदद करना है। टीबी मरीजों के स्वास्थ्य का ख्याल रखना हमारी प्राथमिकता है। सही समय पर बीमारी का पता चल जाए तथा उन्हें सही उपचार और पोषण दिया जाए तो इलाज हो सकता है। उन्होंने कहा कि आसपास कोई भी टीबी का मरीज है तो उसे क्षय रोग केंद्र अवश्य ले जाएं। वहां उन्हें उचित इलाज दिया जाएगा। क्षय रोग को तपेदिक या टीबी भी कहा जाता है। इसे प्रारंभिक अवस्था में ही नहीं रोका गया तो यह जानलेवा साबित हो जाता है। इसलिए लक्षण महसूस होते ही इलाज शुरू हो जाना चाहिए कार्यक्रम में हैंड्स फॉर हेल्प के सदस्य आदि मौजूद रहे ।