सांसद के नेतृत्व में विधायकों ने उठाई अफीम किसानों की समस्याएं।

in #aklera2 years ago

Screenshot_2022_0803_160654.pngझालावाड़।बारां-झालावाड़ लोकसभा क्षेत्र के अफीम किसानों की समस्याओं को लेकर एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल ने सांसद दुष्यंत सिंह के नेतृत्व में वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी से भेंट की।शिष्टमंडल में विधायक प्रताप सिंह सिंघवी,नरेंद्र नागर,गोविंद रानीपुरिया और कालूराम मेघवाल शामिल हुए।सांसद सिंह ने इस अवसर पर क्षेत्र में विभिन्न कारणों से रोके गये अफीम लाइसेंस बहाल करने की मांग उठाई।और वित्त राज्यमंत्री को दिये ज्ञापन में कहा कि वर्ष 2016-17 में प्राकृतिक आपदा के कारण क्षेत्र में अफीम की फसल तबाह हो गई।नारकोटिक्स विभाग ने इसका आंकलन नहीं किया। जबकि राजस्व विभाग ने नुकसान का सर्वे करवाया था।इस दौर में अकारण ही किसानों के पट्टे खारिज कर दिये गये। उन्होनें राजस्व विभाग की रिपोर्ट के आधार पर किसानों के लाइसेंस बहाल किये जाने की मांग की।वहीं 2020-21 में भी आंधी-तूफान के कारण अफीम की फसल प्रभावित हुई। ऐसे में मॉर्फिन के कम प्रतिशत के आधार पर अनेक किसानों के लाइसेंस खारिज कर दिए गए।ऐसे किसानों को 4 के स्थान पर दो प्रतिशत मॉर्फिन एवं 25 किलो औसत के आधार पर लाइसेंस दिए जाने की मांग की।सरकार से 1997-98 के दौरान अफीम की घटिया क्वालिटी बताकर एवं 98-99 में कम औसत के आधार पर रोके गए लाइसेंस 5 के स्थान पर तीन वर्ष की औसत पर बहाल करने की मांग की गई।
ज्ञापन में अफीम का मूल्य बढ़ाने,दिवंगत पट्टाधारकों के स्थान पर उनके वारिसान को अनुमति देने तथा तोल केंद्र पर ही काश्तकार को अफीम की जांच रिपोर्ट जारी करने की मांग रखी गई।वित्त राज्यमंत्री ने आगामी अफीम नीति में संशोधन के लिए सभी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार का भरोसा दिलाया है।