आखिर धर्म के नाम पर लड़ाई क्यों??
भारत एक लोकतांत्रिक देश हे यहां हर धर्म के लोगो को समान अवसर समान अधिकार मिले हे जिससे की उनकी जीवन शैली पर प्रभाव न पड़े पर उसके बाद भी हिंदू मुस्लिम धर्म के आधार पर लड़ते है आखिर क्यों ??
अगर शर्वे करे तो हर गली मोहल्ले में लोग शांति पूर्वक अपना जीवन जी रहे है तो ये दंगे kyu
ये तो सियासत ने खींच दी है लकीरें
वरना तेरी आस्था से मेरा झगड़ा कब
था ।।