उत्तर प्रदेश के 10 एयरपोर्ट हाइटेक हथियारों से लैस होंगे, इसके लिए सरकार ने बजट स्वीकृत किया है।

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लखनऊ 13 अगस्त: (डेस्क)उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 10 एयरपोर्टों को हाइटेक हथियारों और उपकरणों से लैस करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत लखनऊ सहित सभी प्रमुख शहरों के हवाई अड्डे शामिल हैं। सरकार ने इस पहल के लिए बजट भी स्वीकृत कर दिया है, जिससे सुरक्षा के स्तर को बढ़ाने और हवाई अड्डों की सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी।

lucknow-airport_899d06176eb4501d2b09229d5603089b.jpegImage credit : Amar Ujala

सुरक्षा का नया मानक

इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य हवाई अड्डों की सुरक्षा को और अधिक प्रभावी बनाना है। हाइटेक हथियारों और उपकरणों के माध्यम से सुरक्षा बलों को आतंकवाद, अवैध गतिविधियों और अन्य खतरों का सामना करने में मदद मिलेगी। सरकार की योजना है कि सभी एयरपोर्टों पर आधुनिक तकनीक और हथियारों का इस्तेमाल किया जाए, जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

लखनऊ और अन्य प्रमुख एयरपोर्ट

लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अलावा, इस योजना में आगरा, वाराणसी, कानपुर, गोरखपुर, झांसी, मेरठ, अयोध्या, बरेली और प्रयागराज के एयरपोर्ट शामिल हैं। इन सभी एयरपोर्टों पर हाइटेक उपकरणों की तैनाती की जाएगी, जिससे सुरक्षा बलों को अधिक सक्षम बनाया जा सके।

बजट स्वीकृति

सरकार ने इस योजना के लिए आवश्यक बजट को मंजूरी दे दी है। यह बजट न केवल हथियारों और उपकरणों की खरीद के लिए होगा, बल्कि सुरक्षा बलों के प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता के लिए भी इस्तेमाल किया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सुरक्षा बल नए उपकरणों का सही तरीके से उपयोग कर सकें।

तकनीकी उन्नति

हाइटेक हथियारों में आधुनिक रडार, ड्रोन, थर्मल इमेजिंग उपकरण, और अन्य अत्याधुनिक तकनीक शामिल होंगी। इन उपकरणों का उपयोग सुरक्षा बलों को संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करने और उन्हें रोकने में मदद करेगा। इसके अलावा, यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, हवाई अड्डों पर निगरानी प्रणाली को भी अपग्रेड किया जाएगा।

सुरक्षा बलों की भूमिका

इस योजना के तहत, सुरक्षा बलों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे नए हाइटेक उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकें। यह प्रशिक्षण उन्हें विभिन्न प्रकार के खतरों का सामना करने के लिए तैयार करेगा। इसके साथ ही, सुरक्षा बलों को सामरिक दृष्टिकोण से भी प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे वे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई कर सकें।