मास्टर ट्रेनर प्रवीण वर्मा के मशरूम के अचार ने खोले आमदनी के द्वार
झांसी। अगर मन में कुछ करने का जज्बा हो तो मंजिल अपने आप ही मिल जाती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है महानगर के कोछाभांवर के प्रवीण वर्मा ने। प्रवीण 2015 में एमएससी (कृषि) करने के बाद खुद का ही रोजगार स्थापित करने की जद्दोजहद में जुट गए। उन्होंने राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि, पूसा समस्तीपुर (बिहार) में मशरूम उत्पादन एवं मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण लिया।
इसके बाद झांसी आकर घर में ही एक कमरे में 10 बैग लगाकर मशरूम का उत्पादन शुरू किया। आज मशरूम से जैम, अचार, मुरब्बा, नमकीन, लड्डू आदि बनाकर लाखों की आय अर्जित कर रहे हैं। उन्होंने मशरूम की तीन प्रजातियों की खेती की। ओयस्टर, दूधिया और बटन मशरूम। अब उन्हें इसे बेचने में परेशानी हुई क्योंकि मशरूम के खराब होने का डर था। इसलिए एक कदम आगे बढ़ते हुए प्रसंस्करण कर मशरूम के उत्पाद बनाए। मशरूम को सुखाकर पाउडर बनाया जो विटामिन डी और प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं। साथ ही मशरूम से जैम, अचार, मुरब्बा, नमकीन, लड्डू आदि बनाए। यह उत्पाद बच्चों का कुपोषण दूर करने व गठिया रोग से बचाने में कारगर हैं।
आपको बताते चलें कि 4000 लोगों को प्रशिक्षण देने वाले प्रवीण बुंदेलखंड के पहले मास्टर ट्रेनर हैं। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने 12 जनवरी 2023 को नई दिल्ली में उन्हें बेस्ट एग्रीप्रेन्योर का अवार्ड दिया था।