हिमालय से ऊंचा था कारगिल शहीदों का साहस

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खेरागढ़ - कारगिल शहीदों और वीरों के अदम्य साहस को याद करते हुए रामानुजन इंटरनेशनल स्कूल में मनाया गया 25 वाँ कारगिल विजय दिवस

रामानुजन इंटरनेशनल स्कूल में 25 वां का कारगिल विजय दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर विद्यालय की प्रबंधक इंजी. गौरव जिंदल, प्रधानाचार्या डॉ. मोहिनी जिंदल और कार्यक्रम के अतिथि भारतीय सेवा के विशाल सिंह ने संयुक्त रूप से किया । कार्यक्रम में विधालय की प्रधानाचार्या डॉ. मोहिनी जिंदल ने छात्र-छात्राओं को कारगिल युद्ध में हमारे देश के वीर सैनिकों के अदम्य साहस के बारे में विस्तृत तरीके युद्ध की दुर्गमता तथा सामाजिक कठिनाइयों के बारे में बताया और कहां कि हमारी भी सपूतों ने सियाचिन ग्लेशियर की दुर्गम पहाड़ियों जिनकी ऊंचाई लगभग 18000 फुट थी जहां दुश्मन ने कब्जा कर रखा था और भारतीय फौजें नीचे थी इस विषम परिस्थितियों में भारतीय वीर सैनिकों ने भीषण युद्ध तथा कारगिल पर तिरंगा ध्वज फहराया । कार्यक्रम के अतिथि भारतीय सेना के विशाल सिंह जी ने कारगिल युद्ध की विषम परिस्थितियों पर विस्तार से प्रकाश डाला और विधार्थियों से कहा कि वह गुरुजनों की आज्ञा का पालन करें और अपने सफलता के पग पर अग्रसर रहें। विद्यालय के छात्र छात्राओं ने वीर सपूतों को याद करते हुए देशभक्ति गीतों पर सामूहिक नृत्य विद्यालय केक कोरियोग्राफर मोहित सर के मार्गदर्शन में प्रस्तुत किए। विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अपने संबोधन में कारगिल शहीदों को याद करते हुए कहा मातृभूमि पर सर्वस्व न्योछावर करने वाले अमर बलिदानी भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं मगर उनकी यादें हमारे दिलों में हमेशा हमेशा के लिए बसी रहेंगी| कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के अध्यापक भुवनेश्वर सिंह और हिना यादव ने किया। कार्यक्रम के अंत में उप प्रधानाचार्य एम आर खान अतिथियों का अभिवादन किया। कार्यक्रम में कोऑर्डिनेटर इंजी. राखी माहेश्वरी, संजय शर्मा, शिव चाहर, उत्सव अग्रवाल, भूपेंद्र सिंह यादव, गनेंद्र बघेल, कविता शर्मा, जूली चाहर, विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।