टीबी के लक्षण दिखें तो नजदीकी टीबी यूनिट पर कराएं निःशुल्क जांच,टीबी का उपचार संभव
Agra. यदि दो हफ्ते से ज्यादा खांसी, बुखार, सीने में दर्द, ठंड लगना, वजन घटना, रात को पसीना आना, भूख न लगना या जल्दी थकान हो जाना जैसे लक्षण हैं तो एक बार नजदीकी टीबी यूनिट पर जाकर जांच करायें। यह टीबी के लक्षण होसकतेहैं। यदि जांच में टीबी की पुष्टि होती है तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसका निःशुल्क उपचार उपलब्ध है। इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने दी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सीएल यादव ने बताया कि जनपद में 26 टीबी यूनिट हैं, 52 स्थानों पर टीबी की जांच की सुविधा उपलब्ध है। इनमें से नौ स्थानों पर ट्र्नाट मशीन व तीन स्थानों पर सीबीनाट मशीन से टीबी की जांच करने की सुविधा है। इसके साथ ही आईआरएल एसटीडीसी (राज्य क्षय रोग एवं प्रदर्शनी केंद्र) और एनआरएल (नेशनल रेफरेंस लैबोरेट्री) जालमा संस्थान में टीबी कल्चर सहित टीबी की समस्त जांच की सुविधा उपलब्ध है। डॉ. यादव ने बताया कि सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के क्षय रोग एवं वक्ष विभाग में समस्त ड्रग रजिस्टेंट टीबी व क्षय रोगी उपचारित किए जाते हैं। डीटीओ ने बताया कि जनपद कैलेंडर वर्ष 2022 में 16184 टीबी रोगियों की पहचान की गई है। वर्तमान में 8494 टीबी रोगियों का उपचार किया जा रहा है।
जिला पीपीएम समन्वयक कमल सिंह व अरविंद कुमार ने बताया कि समस्त नोटिफाइड क्षय रोगियों को जो प्राइवेट और पब्लिक क्षेत्र से उपचारित हैं, उन्हें निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत पोषण हेतु 500 रूपये प्रतिमाह इलाज पूर्ण होने तक उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजे जाते हैं।
जिला टीबी/एचआईवी समन्वयक शशिकांत पोरवाल व पंकज सिंह ने बताया कि राज्यपाल महोदया की टीबी मरीजों को गोद लेने की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत विभिन्न जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों तथा समाजसेवी संस्थाओं को निक्षय मित्र बनाकर रोगी की सहमति प्राप्त होने के उपरांत उनकी उचित पोषण व्यवस्था तथा फॉलो अप के लिए गोद दिया जाता है।
टीबी जांच की सुविधा
• 52 कुल स्थानों पर जांच की सुविधा
• 26 टीबी यूनिट
• 9 ट्रूनेट जांच केंद्र
• 3 सीबी नाट