ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग, ब्रज के संतों की हुंकार,अब मथुरा की शाही मस्जिद, ईदगाह में हो सर्वे

in #agra2 years ago

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आगरा। वाराणसी स्थित ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग के बाद ब्रज के संतों व धर्माचार्यों में उल्लास का माहौल है। उनका कहना है कि ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग का मिलना मुगल आक्रांताओं के अत्याचार का सबसे बड़ा प्रमाण है।

काशी विद्वत परिषद पश्चिम भारत प्रभारी कार्ष्णि नागेंद्र महाराज ने कहा, राम, कृष्ण, शिव सत्य है और सत्य सुंदर होता है। उसको न छिपाया जा सकता, न दबाया जा सकता है। औरंगजेब, बाबर जैसे लोगों ने देश पर आक्रमण किया। सोना-चांदी लूटा, मूर्तियों को खंडित किया, मंदिरों पर गुंबद लगाकर मस्जिद बना दीं। जहां-जहां आक्रमणकारियों ने मंदिरों पर गुंबद लगाकर मस्जिद बनाई है। सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट, केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश जांच कराए। मथुरा में भी कृष्ण जन्मभूमि पर बनी मस्जिद का शीघ्र सर्वे हो। यहां भी देवी-देवताओं की मूर्ति व सनातन धर्म संस्कृति के चिन्ह मिलेंगे।

धर्म रक्षा संघ ने कैंप कार्यालय पर बैठक कर ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग को विदेशी आक्रमण का प्रमाण बताया। अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने कहा, हम पहले ही दावा कर रहे थे, ज्ञानवापी में मस्जिद भगवान शिव के मंदिर को तोड़कर बनाई गई है। आज शिवलिंग का प्रकट होना, किसी चमत्कार से कम नहीं है। मथुरा की ईदगाह का भी फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी के साथ सर्वे होना चाहिए। ताकि वहां भी हम मंदिर के सुबूत जुटा सकें।

महंत मोहिनी बिहारी शरण ने कहा, शिवलिंग का ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर प्राप्त होना हमारे हिंदू समाज के लिए मील का पत्थर साबित होगा। राष्ट्रीय महामंत्री श्रीदास प्रजापति ने कहा, जिस प्रकार काशी में ज्ञानवापी परिसर के अंदर शिवलिंग समेत अन्य महत्वपूर्ण मंदिर होने के सुबूत प्राप्त हुए हैं, ठीक उसी प्रकार यदि मथुरा की शाही मस्जिद ईदगाह की भी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराकर सर्वे किया जाए, तो यहां भी भगवान केशव देव के मंदिर होने के अनेक प्रमाण मिलेंगे।