आगरा के अस्पतालों में चल रहा अवैध भ्रूण हत्या का खेल, डस्टबिन में मिला 5 महीने का भ्रूण
आगरा। जिंदगी देने वाले डॉक्टर जान लेने का सौदा कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक ऐसे डॉक्टर की करतूत का पर्दाफाश किया है, जो कि 10 हजार रुपए में भ्रूण परीक्षण करता मिला। अगर गर्भ में लड़की होती है तो उसकी हत्या करवा देता है। हरियाणा एसटीएफ की टीम ने अस्पताल पर छापा मारकर एक स्टिंग ऑपरेशन के तहत आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा है। आगरा पीसीपीएनडीटी के नोडल डॉ. वीरेंद्र भारती ने तीन डॉक्टर और अन्य के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर समेत तीन लोगों के हिरासत में लिया है। वहीं ऑपरेशन थिएटर की डस्टबिन में करीब पांच माह का भ्रूण भी मिला।
थाना एत्मादुद्दौला के ट्रांस यमुना कालोनी के फेस टू में प्रिया हॉस्पिटल है। इस अस्पताल को डॉ.राजीव कुमार संचालित करते हैं। पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ.वीरेंद्र भारती ने बताया कि एसटीएफ हरियाणा को लीड मिल रही थी कि यहां भ्रूण परीक्षण किया जाता है। हरियाणा की नूह टीम ने एक डमी गर्भवती महिला का भ्रूण जांच कराने के लिए हरियाणा के ही डॉ.अवनीश से 40 हजार में सौदा किया।
डॉ.अवनीश ने अपने एजेंट नौशाद सिद्दीकी से बात कराई और 20 हजार रुपये डॉक्टर ने अपने एकाउंट में पहले ही ट्रांसफर करवा लिए थे। गर्भवती महिला को एजेंट प्रिया हॉस्पिटल लेकर आया और अल्ट्रासाउंड कक्ष में ले गया। जहां पर जैसे ही डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड शुरू किया। तभी टीम ने छापा मार दिया। आरोप है कि मौके पर डॉ. राजीव कुमार अल्ट्रासाउंड करते हुए मिले। टीम को देखकर डॉक्टर बाथरूम में घुस गया और 10 हजार रुपये वॉशबेसिन की पाइप लाइन में छुपाने का प्रयास किया, लेकिन एसटीएफ की टीम ने रुपये निकाल लिए। एसटीएफ की टीम ने एजेंट और डॉक्टर से जब्त किए नोटों के नंबर का मिलान किया तो ये वही रुपये थे, जो स्टिंग के दौरान एजेंट को दिए गए थे। एसटीएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डॉक्टर समेत सभी आरोपियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी।
स्वास्थ्य विभाग और एसटीएफ की टीम ने ऑपरेशन थिएटर की जांच की तो डस्टबिन में भ्रूण मिला। सख्ती से पूछताछ करने पर डॉक्टर ने बताया कि जैतपुर कला की गर्भवती का अभी स्टाफ नर्स ने गर्भपात किया है। मरीज बगल के कमरे में भर्ती मिली। ये 32 साल की महिला जैतपुर कला की है। इसकी पहले से तीन बेटियां हैं। चौथी बार गर्भवती होने पर प्रिया हॉस्पिटल में भ्रूण लिंग जांच कराया। बेटी होने पर इसका मौके पर ही गर्भपात कर दिया। भ्रूण करीब चार से पांच महीने का था, उसे पुलिस के सपुर्द कर दिया है।
वहीं इस मामले में आइएमए अध्यक्ष ओपी यादव का कहना है कि वह आगमी बैठक में उक्त आरोपी डॉक्टर की सदस्यता निलंबित करने के लिए आइएमए नई दिल्ली को लिखेंगे ।। ऐसे लोग किसी भी समाज में कलंक है ।। उन्होंने जिला स्वास्थ्य विभाग पर भी प्रश्न उठाये और कहा कि आखिर सीएमओ कार्यालय कार्रवाई क्यों नहीं करता ।। आगरा प्रशासन को भी ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए ।।