कुर्बानी की जगह बकरे की फोटो लगा केक काटकर बकरीद मनाता है ये परिवार

in #agra2 years ago

बकरीद पर बकरे की बलि देने की परंपरा काफी पुरानी है। मगर, आगरा में एक परिवार ऐसा भी है, जो ऐसा नहीं करता। बीते 5 साल से यह परिवार कुर्बानी की जगह बकरे की फोटो लगा केक काटकर बकरीद मनाता हैIMG-20220711-WA0035.jpg। जीव हत्या का विरोध करने के कारण जैन समाज के लोग भी इस परिवार का सम्मान कर चुके हैं।

आगरा के शाहगंज आजमपाड़ा निवासी गुलचमन शेरवानी ने 6 साल पहले कुर्बानी के लिए बकरे का बच्चा पाला था। 15 अगस्त को जन्मा उनका 5 साल का बेटा गुलवतन शेरवानी बकरे के बच्चे से घुल-मिल गया था। जब बकरे की कुर्बानी का नंबर आया, तो बच्चे ने खाना­-पीना छोड़कर बकरे के बच्चे की जिंदगी के लिए दुआ मांगनी शुरू कर दी।
इसके बाद पिता गुलचमन शेरवानी ने बकरे की शक्ल का केक बनवाया और उसे काट कर कुर्बानी की रस्म निभाई। इसके बाद बकरे की कीमत के पैसे निकाल कर उन्होंने एक गरीब लड़की की शादी करवा दी। तब से लगातार 5 साल से परिवार कुर्बानी में केक काटता है। बकरे की कीमत का पैसा दान कर देता है।

रविवार को बकरीद पर भी उन्होंने ऐसे ही किया है। इस दौरान जैन समाज के लोगों ने जीव हत्या न करने के लिए उन्हें सम्मानित भी किया है। गुलचमन का कहना है कि इस तरह वह समाज को जीव हत्या न करन