कमिश्नर ने ग्राम गोगा एवं क्योटार में अमृत सरोवर तालाबों का किया निरीक्षण

कमिश्नर ने ग्राम गोगा एवं क्योटार में अमृत सरोवर तालाबों का किया निरीक्षण, तालाबों में मछली बीज डालने के दिए निर्देश
तालाबों में सिंघाडे की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने के भी दिए निर्देश
अनूपपुर। कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने सोमवार को जिले के पुष्पराजगढ तहसील के ग्राम गोगा में लगभग 15 लाख रूपये की लागत से एवं ग्राम पंचायत क्योटार में लगभग 14.51 लाख रूपये की लागत से निर्मित अमृत सरोवरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने मौके पर उपस्थित ग्रामीणों से चर्चा की तथा ग्रामीणों को गांव में अमृत सरोवर निर्माण से होने वाले फायदों के संबंध में जानकारी ली। ग्राम गोगा में अमृत सरोवर के निरीक्षण के दौरान मौके पर उपस्थित ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि ग्राम गोगा में अमृत सरोवर तालाब बन जाने से ग्रामीणों को निस्तारी जल मिलेगा, गेंहू की फसल के लिए समुचित पानी उपलब्ध होगा जिससे वे अच्छी खेती कर सकेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि वे पहले भी गेंहू की खेती करते थें किन्तु पानी की कमी के कारण अच्छा उत्पादन नही ले पाते थें। ग्रामीणों ने कमिश्नर को बताया कि ग्राम गोगा में अमृत सरोवर बन जाने से उन्हें समुचित पानी मिलेगा। ग्रामीणों ने बताया कि अमृत सरोवर में अभी मछली पालन का कार्य प्रारंभ किये है जिससे उन्हें अतिरिक्त लाभ होगा। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने ग्राम गोगा में निर्मित अमृत सरोवर के आसपास पौधरोपण करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। इसी प्रकार ग्राम पंचायत क्योटार में निर्मित अमृत सरोवर के निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीण लालमन उददे एवं अन्य ग्रामीणों ने कमिश्नर को बताया कि ग्राम क्योटार में अमृत सरोवर बन जाने से उन्हें सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा मिली है। जिससे वे रबी सीजन में गेंहू एवं सब्जी की खेती कर सकते है, अमृत सरोवर में मछली पालन कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते है। ग्रामीणों का कहना था कि गांव में अमृत सरोवर बन जाने से उनकी बंजर भूमि अब उपजाऊ बन चुकी है, पानी की सुविधा मिल जाने से उनकी जमीन की कीमते बढ़ चुकी है। चर्चा के दौरान कमिश्नर ने ग्रामीणों को सिंघाडे की खेती के संबंध में जानकारी ली तथा कहा कि अमृत सरोवर एवं अन्य तालाबों में वे सिघाडे की खेती कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते है। कमिश्नर ने अधिकारियों को भी निर्देश दिए। कि वे जनजातीय परिवार के लोंगो को सिघाडे की खेती के लिए प्रशिक्षण दे तथा उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ दिलाते हुए सिघाडे की खेती के लिए प्रोत्साहित करें। निरीक्षण के दौरान एडीजी डीसी सागर, कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सोजान सिंह रावत, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पुष्पराजगढ़ अभिषेक चैधरी एवं अन्य अधिकारी कमिश्नर के साथ रहें।