कोविड कर्मियों का समायोजन जल्द होगा.

in #adjustment14 days ago

अमेठी 02 सितम्बर: (डेस्क)अमेठी सिटी में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों की सेवा की। इन स्वास्थ्य कर्मियों के समर्पण और संघर्ष को देखते हुए, अब उन्हें समायोजन का तोहफा मिलने जा रहा है।

kavada-ka-tharana-jaca-karata-savasathaya-karama_2baeb14805bdea49bfc073b4bc7fa8ec.jpeg
Image credit: Amar ujala

आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखे गए डॉक्टर, नर्स, नॉन-मेडिकल साइंटिस्ट, कंप्यूटर ऑपरेटर, लैब टेक्नीशियन और लैब अटेंडेंट को ब्लॉकों और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के विभिन्न कार्यक्रमों के रिक्त पदों पर निर्धारित मानदेय पर रखा जाएगा।

स्वास्थ्य कर्मियों का योगदान
कोविड-19 की महामारी के दौरान, अमेठी के स्वास्थ्य कर्मियों ने अपने जीवन को खतरे में डालकर मरीजों की देखभाल की। उनकी मेहनत और समर्पण ने न केवल मरीजों को राहत दी, बल्कि स्वास्थ्य प्रणाली को भी मजबूती प्रदान की। हालांकि, महामारी के खत्म होते ही इन कर्मियों को हटाने का आदेश जारी किया गया था, जिससे उनके समायोजन की आवश्यकता महसूस हुई।

समायोजन की प्रक्रिया
चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने स्वास्थ्य कर्मियों के समायोजन के निर्देश जारी किए हैं। इस समायोजन में उन सभी स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया जाएगा, जिन्होंने कोविड-19 के दौरान महत्वपूर्ण

भूमिका निभाई। समायोजन की प्रक्रिया में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाएगा:

रिक्त पदों की पहचान: स्वास्थ्य विभाग विभिन्न कार्यक्रमों के तहत रिक्त पदों की पहचान करेगा, जहां आउटसोर्सिंग से रखे गए कर्मियों को समायोजित किया जाएगा।

मानदेय का निर्धारण: इन कर्मियों को उनके कौशल और अनुभव के अनुसार निर्धारित मानदेय पर रखा जाएगा, जिससे उनकी मेहनत को उचित मान्यता मिलेगी।

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार: समायोजन का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाना है, ताकि भविष्य में किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सके।

स्वास्थ्य कर्मियों का संघर्ष
स्वास्थ्य कर्मियों के समायोजन के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा। कोविड-19 के दौरान उनकी सेवाओं की सराहना की गई, लेकिन जैसे ही स्थिति सामान्य हुई, उन्हें हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई। इस पर संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के महामंत्री योगेश उपाध्याय ने कहा कि सरकार ने उनकी समस्याओं को समझा और समायोजन की बात की।

भविष्य की दिशा
स्वास्थ्य कर्मियों का समायोजन न केवल उन्हें सम्मानित करेगा, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवाओं को भी सुदृढ़ करेगा। यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी न हो और वे किसी भी आपात स्थिति में तत्पर रहें। इसके साथ ही, यह कदम अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जो अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए समाज की सेवा कर रहे हैं।

निष्कर्ष
अमेठी सिटी के स्वास्थ्य कर्मियों के समायोजन का निर्णय एक सकारात्मक कदम है, जो उनके संघर्ष और समर्पण को मान्यता देता है। यह न केवल उनके लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं को भी मजबूती प्रदान करेगा। सरकार का यह कदम दर्शाता है कि स्वास्थ्य कर्मियों की मेहनत को सराहा जा रहा है और उन्हें भविष्य में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा।