श्रद्धा भक्ति के साथ भागवत कथा कभी भी सुनी जा सकती है- आचार्य श्याम सारथी जी महाराज

in #adhyatm2 years ago

अयोध्या सोहावलIMG-20220407-WA0085.jpg। विकासखंड सोहावल के मोइया कपूरपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस में अयोध्या धाम से पधारे कथा वाचक आचार्य श्याम सारथी जी महाराज ने अमृतवाणी की वर्षा की।भागवत के महत्त्व को बताते हुए कहा कि भगवान का स्वरुप सत , चित ,आनंद है। तीनों को मिलाकर के सच्चिदानंद बनता है। इसलिए उस परमात्मा का नाम सच्चिदानंद है। उन्होंने भक्ति ज्ञान और वैराग्य की कथा सुनाते हुए भागवत के महात्म को बताया और कहा भागवत कथा को सुनने से वृद्ध हुए ज्ञान वैराग्य युवा अवस्था को प्राप्त हो गये और भगवान भक्तों के हृदय में विराजमान हो गये।इस कथा को सुनाते हुए शुकदेव जी महाराज परीक्षित को कहते हैं कि किसी भी दिन श्रद्धा भक्ति के साथ में भागवत की कथा सुनी जा सकती है।

श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में महाराज ने भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव की अद्भुत कथा श्रवण कराई। कहा कि भगवान का जन्म दुष्टों के संहार और धर्म की रक्षा के लिए होता है। जब जब भगवान अवतार लेकर के धरती पर आते हैं तब दुष्टों का संहार करके संतों की ब्राह्मणों की गौ की रक्षा करते हैं और वेदों को संसार में प्रतिष्ठित करते हैं। इसलिए संसार के संपूर्ण मनुष्यों को भगवान का आश्रय लेकर के भगवान से विनती करना चाहिए कि प्रभु हमें इस संकट से निवृत्ति देने के लिए आप पुनः आइए। इस कथा में राजकुमार शास्त्री पंडित हरिओम शास्त्री सुधाकर शास्त्री पं सुरेन्द्र नाथ दूबे कथा यजमान-रामराज सिंह कल्पना सिंह आदि सहित सैकड़ों भागवत भक्तों ने कथा का रसपान किया।