मकान तोड़ते वक्त छत के लेटर के मलबे में दबे 4 मजदूर,मजदूरों की हालत गंभीर, हायर सेंटर रेफर
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के एक गांव में दर्दनाक हादसा उस वक्त सामने आया है. जब एक मकान को गिराने का कार्य कर रहे चार मजदूर मकान तोड़ते वक्त मकान के लेंटर की छत गिरने के चलते मलबे में दब गए. मकान के लेंटर की छत गिरने के दौरान मलबे के निचे दबे मजदूरों की चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करते हुए ग्रामीणों द्वारा मकान के मलबे के अंदर दबे चारों मजदूरों को निकलते हुए गंभीर हालत में उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छर्रा ले जाकर भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल मजदूरों की हालत को चिंताजनक देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया. मामला थाना गंगीरी क्षेत्र के बिलोना गांव का है.
आपको बता दे की बिलोना गांव में मकान को ध्वस्त करने का कार्य कर रहे चार मजदूर मकान की छत का लेंटर गिरने के चलते मकान के मलबे में दब गए. मकान के मलबे में दबकर घायल हुए मजदूरों के मामले पर बिलोना गांव निवासी प्रधान पति के प्रतिनिधि रिंकू सिंह यादव ने बताया कि चार मजदूर गांव की ही रहने वाली महिला राजकुमारी का मकान तोड़ने के लिए मजदूरी पर आए थे. गुरुवार को सभी चारों मजदूर मकान को तोड़ रहे थे तभी मकान के लेटर की छत अचानक भर-भरराकर नीचे गिर गई और मकान को तोड़ रहे चारों मजदूर जयवीर सिंह, ज़ालिम सिंह, डालचंद सहित मजदूर सनी मकान की छत के लेटर के नीचे मलबे में दब गए। मकान की छत का लेंटर गिरने के चलते मलबे में दबे मजदूरों के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंचे और सूचना पुलिस को दी। तो वही मौके पर पहुंचे स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करते हुए घंटे की मशक्कत के बाद मकान के मलबे में दबे सभी चारों मजदूरों को मलबे से बाहर निकाल गया. जिसके बाद मौके पर पहुंची सरकारी एंबुलेंस 108 के जरिए घायल मजदूरों को ग्रामीणों की मदद से उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छर्रा में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों के द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद घायल मजदूरों की हालत को बेहद ही गंभीर देखते हुए हायर सेंटर अलीगढ़ रेफर कर दिया. सभी घायल चारों मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है।