6 महीने में 5 महिला सिपाहियों ने किया सुसाइड, वर्क प्रेशर या फैमिली मैटर?

in #aatmhatya2 years ago

यूपी पुलिस में साल 2022 में पांच महिला सिपाहियों ने आत्‍महत्‍या की है. वहीं, इस मामले को लेकर यूपी की पूर्व वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी सत्या सिंह ने बताया कि इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं. कई बार सिपाही को वरिष्ठ अधिकारी का आदेश बुरा लग जाता है और वह आत्‍महत्‍या जैसा कदम उठा लेते हैं.
उत्तर प्रदेश में महिला सिपाहियों की आत्महत्या के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. 2022 में अब तक पांच महिला सिपाही आत्महत्या कर चुकी हैं. ये सभी मामले यूपी के विभिन्न जिलों के हैं. वहीं, महिला सिपाही के सुसाइड केस पुलिस महकमे के लिए चिंता का विषय हैं. हैरानी की बात है कि सभी मामलों में महिला सिपाहियों ने फांसी के फंदे पर झूल कर आत्महत्या की है. हालांकि महिला सिपाहियों की सभी आत्महत्या के मामलों में जांच और कार्रवाई चल रही है.
वहीं, इस मामले पर News18 Local को पूर्व वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी सत्या सिंह ने बताया कि इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं. पुलिस की नौकरी में अक्सर सिपाही के पद पर ज्यादा पढ़े लिखे लोग लिए लिए जाते हैं. ऐसे में जब वरिष्ठ अधिकारी उन्हें काम करने के लिए कोई आदेश देते हैं, तो उन्हें कई बार बुरा लग जाता है. ऐसे में उन्हें अपमानित महसूस होता है. इस वजह से भी कई बार सिपाही के पद पर चाहे महिला हो या पुरुष आत्महत्या कर लेते हैं. साथ ही महिलाओं के लिए दूसरी वजह यह भी है कि अगर वह किसी के साथ चाहे वह थाने का ही क्यों न हो लिव-इन-रिलेशनशिप में हैं, तो भी कई बार काम का दबाव, तनाव और अपने रिश्ते को लेकर वह ऐसा कदम उठा लेती हैं. कहीं न कहीं अभी सिस्टम में सुधार की जरूरत है.
लक्षणों को पहचान कर अपनों को बचाएं
किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ की वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. श्वेता सिंह ने बताया कि हाल ही में एक रिसर्च सामने आई है जिसमें यह बताया गया है कि हिंदुस्तान के 10 फीसदी लोगों में कहीं न कहीं डिप्रेशन है, चाहे वह किसी भी रुप में हो. आत्महत्या इंसान तब करता है जब उसे सारे रास्ते बंद नजर आते हैं और वह अपने दिल की बात किसी को नहीं कह पाता. ऐसे में उसे लगता है कि जिंदगी खत्म कर लेना ही एकमात्र रास्ता है. ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरी है कि जिसके दिमाग में आत्महत्या करने का विचार आ रहा है, उसके कुछ लक्षणों को पहचान कर हम उसे बचा सकते हैं. जैसे अगर कोई अचानक बहुत गुमसुम रहने लगे, चिड़चिड़ा रह रहा हो, लोगों से कम मिलने लगे, कम बात करने लगे, उसे भूख न लग रही हो, काम में भी मन न लग रहा हो, हर समय अकेले रहना अच्छा लग रहा हो और चेहरे की रौनक उड़ गई हो तो उसके पास जाएं और उससे उसके दिल की बात पूछें. साथ ही उसे आत्मविश्वास दिलाएं कि आप उसके साथ हैं,चाहे हालात कैसे भी हों. ऐसे में आत्महत्या करने से कई लोगों को बचाया जा सकता है.

इन महिला सिपाहियों की आत्महत्या से मचा है हड़कंप

केस-1: 9 अक्टूबर 2022 मुजफ्फरनगर के सीओ मंडी कार्यालय में तैनात महिला सिपाही आदर्श यादव ने फांसी लगाकर जान दी. पुलिस जांच में मामला शादी से जुड़ा मामला बताया गया.

केस-2: बरेली में 16 सितंबर 2022 को महिला कांस्टेबल ने आत्महत्या कर ली. पति सेना में है. एसएसपी एस. अनिरुद्ध पंकज ने मीडिया में बयान दिया कि पति से झगड़े की वजह से आत्महत्या की गई है.

केस-3: लखनऊ पीजीआई पुलिस स्टेशन में तैनात महिला सिपाही ने 16 मई 2022 को पहले तो नस काटी, लेकिन उससे मौत नहीं हुई तो फंदा बनाकर उस पर झूल गई. सरिता यादव था महिला सिपाही का नाम. प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया है.
केस-4: सितंबर 2022 को उन्नाव में महिला सिपाही ने आत्महत्या कर ली. 7 लोगों को इसका जिम्मेदार ठहराया. पुलिस लाइन में महिला सिपाही तैनात थी.

केस-5: 25 जुलाई 2022 को कौशांबी में महिला सिपाही ने फांसी लगाकर जान दे दी. रश्मि सचान नाम था महिला सिपाही का. 2019 में महिला सिपाही के पद पर उनकी तैनाती हुई थी.