स्क्रब टायफस से जबलपुर में एक युवती की मौत

in #a2 months ago

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  • स्क्रब टायफस से जबलपुर में एक युवती की मौत
  • संपर्क में आए दो लोगों का लिया गया सेम्पल
  • युवती का जबलपुर मेडिकल में चल रहा था उपचार
  • ग्राम शाहा का किया सर्वे, सर्तक रहने की दी सलाह

मंडला. रैनी सीजन शुरू हो गया है, जिसके चलते संक्रामक बीमारी का खतरा बढ़ गया है। जिससे सावधानी बरतना जरूरी है। वहीं जिले के नारायणगंज क्षेत्र में स्क्रब टायफस की चपेट में आकर एक 20 वर्षीय शादीशुदा युवती की मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान विगत दिवस मौत हो गई है। हालाकि युवती अन्य बीमारी से ग्रसित थी। जिसके कारण इसकी रोगप्रतिरोधक क्षमता बहुत ही कम थी। इसके साथ ही इस मरीज का एचबी कम था। जिसके कारण युवती इसकी चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई। बताया गया कि स्क्रब टायफस कृमि संक्रमण बीमारी है, यह बीमारी आरेंटिया सुटसुमुशी जीवाणु के कारण होती है। यह जीवाणु चिगार माइट नाम के किट पर होते है। यह कीट झडिय़ों व चूहे के शरीर पर होते है। पशुओं पर भी यह कीट पाये जाते है जो मनुष्य के शरीर पर काटने से स्क्रब टायफस की बीमारी फैलती है। इस बीमारी से बचने के लिए झाडिय़ों को साफ करना जरूरी है और सर्तक रहने की जरूरत है।

जानकारी अनुसार विकासखंड नारायणगंज के ग्राम शाहा में करीब 20 वर्षीय युवती विगत दिवस नारायणगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उपचार के लिए पहुंची। जहाँ मरीज की स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने युवती को जिला चिकित्सालय मंडला रैफर कर दिया। जिला चिकित्सालय मंडला में भी बीमार महिला के स्वास्थ्य को देखते हुए उसे जबलपुर मेडिकल रैफर कर दिया गया। यहां युवती का उपचार शुरू किया गया और जबलपुर मेडिकल में चिकित्सक ने मरीज की हालत को देखते हुए कुछ टेस्ट कराएं। जांच रिपोर्ट आने के बाद युवती में स्क्रब टायफस पॉजीटिव होने की पुष्टि हुई। जिसके बाद युवती का मेडिकल में उपचार शुरू किया गया। युवती की रोगप्रतिरोधक क्षमता काफी कम होने के कारण युवती इस संक्रमण को झेल नहीं पाई और इसकी मौत उपचार के दौरान हो गई। बताया गया कि यह बीमारी चूहों के ऊपर पाई जाने वाली संक्रमित घुन के लार्वा में होता है।

  • स्वास्थ्य अमला पहुंचा ग्राम शाहा :
    20 वर्षीय युवती की स्क्रब टायफस संक्रमण से मौत के बाद स्वास्थ्य अमला जिले के नारायणगंज ब्लाक के ग्राम शाहा पहुंच गया। स्वास्थ्य अमले में नारायणगंज के स्टाफ से सीएचसी प्रभारी सीबीएमओ डॉ. एएल कोल, लैब टैक्नीशियन कैलाश सोनी, सुपरवाइजर लखन सिंह परस्ते, आशा श्याम बाई उइके शामिल रही। स्वास्थ्य अमले की टीम ने गांव का भ्रमण किया गया और पूरे क्षेत्र का सर्वे किया। इस दौरान स्वास्थ्य टीम ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई। ग्राम के लोगों से अपील की गई है कि घबराएं नहीं और जरूरी सावधानी रखें। लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सक को दिखाएं। सूत्रों के अनुसार मंडला जिले के नारायणगंज ब्लाक के ग्राम शाहा निवासी युवती इस संक्रमण की चपेट में आई थी, लेकिन यह संक्रमण शायद युवती को उपचार के दौरान जबलपुर में ही हुआ था। जिसके बाद उपचार के दौरान उसकी जबलपुर में ही मौत हो गई।

  • 02 व्यक्तियों के लिए सेम्पल :
    बताया गया कि नारायणगंज के ग्राम शाहा निवासी युवती की स्क्रब टायफस की रिपोर्ट पॉजीटिव आने और उसकी मौत के बाद स्वास्थ्य अमला ग्राम शाहा पहुंचा। जहां स्वास्थ्य अमले ने पूरे क्षेत्र का अच्छे से सर्वे किया। इसके साथ संक्रमित युवती के संपर्क में आने वाले दो लोगों का सेम्पल लिया गया। संपर्क में आने वाले में युवती का पति गणेश कुशराम पिता कोदूलाल कुशराम 35 वर्ष और सेव बाई कोदू लाल कुशराम 60 वर्ष के सेम्पल लेकर जबलपुर भेजा गया है। जहां रिपोर्ट आने के बाद इसकी जानकारी प्राप्त होगी। फिलहाल ग्राम में अन्य किसी को इस रोग के लक्षण नहीं मिल है।

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  • स्क्रब टायफस बीमारी के लक्षण :
    स्वास्थ्य विभाग से जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि स्क्रब टायफस की बीमारी के लक्षण में व्यक्ति को तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर का जकडऩा, शरीर पर जख्म, खुजली के लक्षण प्राय: दिखाई देते है। स्क्रब टायफस के लक्षण पाये जाने पर तत्काल अस्पताल में अपनी स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए। इस बीमारी से बचने के लिए शरीर में इस तरह के कपड़े पहने की पूरा शरीर ढका होना चाहिए। मकान व आसपास, पड़ोस के परिसर में झाडिय़ां नष्ट कराना चाहिए। जिससे इस बीमारी से बचा जा सके।

  • बीमारी से बचने बरतें सावधानी :
    स्क्रब टायफस बीमारी से बचने के लिए मकान में चूहे व अन्य पशुओं से दूर रहें, मकान में साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र में मकान के पड़ोस में पशुओं के तबेले होते है, वहां पर भी साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बीमारी के लक्षण पाये जाने पर चिकित्सक को आवश्य दिखाएं। कीट पर नियंत्रण रखा जाए, घरेलू इलाज न करें। सभी सरकारी अस्पतालों में इस बीमारी की दवाइयां उपलब्ध है। इस बीमारी से डरें नहीं, बल्कि सतर्कता बरतें की सलाह स्वास्थ्य विभाग ने दी है।

  • बीमारी से डरें नहीं, सतर्क रहें :
    सीबीएमओ डॉ. एएल कोल ने कहां कि स्क्रब टायफस बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना जरूरी है। फिलहाल नारायणगंज के क्षेत्र का स्वास्थ्य टीम द्वारा सर्वे कराया गया है। यदि किसी व्यक्ति में इसके लक्षण पाये जाते है तो तत्काल अस्पताल में पहुंचकर जांच कराई जाएगी। इसके साथ मकान परिसर व पशुओं के तबेले में विशेष कर साफ सफाई जरूर रखे। आसपास की झाडिय़ों को नष्ट करें। घर से निकलते समय जूते, चप्पल जरूर पहने।

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