24 साल बाद रोडवेज बस स्टेशन निर्माण की जगी उम्मीद : संतकबीरनगर

Screenshot_2022-12-15-09-57-43-00_a71c66a550bc09ef2792e9ddf4b16f7a.jpgलंबी प्रतीक्षा के बाद प्रशासन ने रोडवेज बस स्टेशन के लिए सरैया में जमीन चिह्नित कर ली है।
परिवहन निगम ने बस स्टेशन का प्रस्ताव परिवहन निगम मुख्यालय लखनऊ भेजने की तैयारी शुरू कर दिया है। इससे रोडवेज बस स्टेशन बनने की उम्मीद जग गई है।
वर्ष 1997 में बस्ती जनपद से अलग होकर संतकबीरनगर जिले का सृजन हुआ था। करीब 24 वर्ष बीत गए, लेकिन जिला मुख्यालय पर रोडवेज बस स्टेशन स्थापित नहीं हो पाया है। इस वजह से खलीलाबाद बाईपास पर ओवरब्रिज के नीचे सड़क के किनारे खड़े यात्री रोडवेज बसों का का इंतजार करते हैं। अधिकतर बसें बाईपास होकर निकल जाती हैं। इससे यात्रियों को परेशानी होती है।
वर्ष 1960 में खलीलाबाद स्टेशन रोड के पास परिवहन निगम का भवन बनाया गया था। करीब 35 वर्षों तक यहां बसें रुकती रहीं। पांच सितंबर 1997 में जनपद सृजन के बाद बस स्टेशन के परिसर में पुलिस लाइंस की स्थापना कर दी गई। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत खलीलाबाद बाईपास के पास एक छोटे से कमरे का निर्माण करा दिया गया। कुछ साल बाद यह कार्यालय भी बंद हो गया।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव के कार्यकाल में जनपद के लोगों ने बस स्टेशन स्थापित करने की मांग की थी। तत्कालीन भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी ने परिवहन मंत्री से बस स्टेशन स्थापित करने का आग्रह किया था। इस पर शासन ने मुफ्त में भूमि मांगी थी। तत्कालीन डीएम मार्कंडेय शाही ने इस पर पहल शुरू की थी, लेकिन सार्थक परिणाम सामने नहीं आ सका।
पूर्व विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी और पूर्व मंत्री एवं खजनी के विधायक खजनी श्रीराम चौहान ने भी रोडवेज बस स्टेशन की मुख्यमंत्री से मांग की था,लेकिन नतीजा सिफर रहा।
अब सदर विधायक अंकुर राज तिवारी ने रोडवेज बस स्टेशन के लिए पहल शुरू की है। इसके बाद डीएम के निर्देश पर प्रशासन ने सरैया के पास 27 किसानों के 16 गाटा संख्या से 2 .072 हेक्टेयर जमीन रोडवेज बस स्टेशन के लिए चिह्नित की है। इसका मुआवजा 15.94 करोड़ रुपये है। रोडवेज के एआरएम सर्वजीत वर्मा ने बताया कि प्रशासन ने रोडवेज बस स्टेशन के लिए जमीन चिह्नित कर ली है। उनके स्तर से फाइल आरएम कार्यालय को भेज दी गई है। उम्मीद है कि दो से तीन दिन के भीतर आरएम के स्तर से प्रस्ताव लखनऊ मुख्यालय भेज दिया जाएगा।