shailendrasoti (25)in #poet • 2 years agoमेरी जिंदगी की पतंग...मेरी जिंदगी की पतंग आजकल ढील के मांझे पे है.., पेंच कितना भी बढ़े सद्दी मेरे साझे पे है... Shail